रेलवे ने जारी की पिंक बुक: मेरठ-हस्तिनापुर रेल लाइन का सपना टूटा, इन कार्यों को किया गया शामिल
सार
- 11 नई रेल लाइनों का होगा निर्माण
- दोहरीकरण और ऊपरी सड़क पुल के लिए भी बजट किया आवंटित
- मेरठ-पानीपत रेल लाइन की उम्मीदें हैं बरकरार
एक फरवरी को आए आम बजट में महाभारतकालीन नगरी हस्तिनापुर में राष्ट्रीय संग्रहालय की घोषणा कर सरकार ने राहत दी थी। लेकिन बुधवार को रेल मंत्रालय द्वारा जारी की गई पिंक बुक में मेरठ-हस्तिनापुर रेल लाइन को बाहर कर दिया गया है।
हर साल इस रेल लाइन को पिंक बुक में शामिल कर रेलवे लाइन के लिए उम्मीदें बरकरार रहती थीं। लेकिन इस बार इन उम्मीदों को भी खत्म कर दिया गया है।
उत्तर रेलवे ने 11 नई रेल लाइनों के निर्माण करने का फैसला लिया है। जिसमें मेरठ-पानीपत को इस बार भी शामिल किया है। इससे सरकार की मंशा साफ है कि मेरठ से पानीपत तक रेल लाइन का सपना जल्द पूरा होगा।
रेलवे ने अपने बजट में सबसे ज्यादा रेलवे लाइनों, दोहरीकरण, फाटकों को खत्म करते हुए ऊपरी सड़क पुल बनाने पर जोर दिया है। मेरठ कैंट से सहारनपुर तक फाटकों पर ऊपरी सड़क पुलों का निर्माण किया जाएगा। कैंट स्थित बट वेल्डिंग प्लांट के नवीनीकरण के लिए करोड़ों रुपये आवंटित किए हैं।
इन कार्यों को किया गया शामिल
मेरठ शहर-हापुड़
फाटक संख्या 52 पर ऊपरी सड़क पुल का निर्माण
मेरठ छावनी : सहारनपुर तक ऊपरी सड़क पुलों का निर्माण
फाटक संख्या : 62, 68, 69, 83, 45, 75, 78, 70, 71, 27, 28, 29, 42, 43, 46,8 4-ए
नई रेल लाइन के लिए आवंटित धनराशि
मेरठ-पानीपत (104 किमी) : 1099,99,00
देवबंद मुजफ्फरनगर रुडकी (27.45 किमी) : 1425152
दोहरीकरण रेलवे लाइन
nमेरठ-मुजफ्फरनगर (55.47 किमी) : 2214400
nमुजफ्फरनगर – टपरी (51.53 किमी) : 500,00,00
(आंकड़े हजार रुपये में)
बजट में रेलवे ने दोहरीकरण पर भी ध्यान दिया है। मेरठ से टपरी 109 किमी तक होने वाले दोहरीकरण के लिए बजट आवंटन किया है। हालांकि, मेरठ से मुजफ्फरनगर तक दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। लेकिन इसके लिए पिंक बुक में बजट आवंटन किया गया है। जिससे अन्य बचे कार्यों को रफ्तार दी जा सके।
इसके अलावा अगले चरण में मुजफ्फरनगर से टपरी तक होने वाले दोहरीकरण को भी बजट आवंटन में शामिल कर लिया गया है। इस दोहरीकरण के होने के बाद मेरठ से सहारनपुर की दूरी जल्द पूरी होने लगेगी।
वर्ष 2017 से होती रही है शामिल
एक बार फिर मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन को इस बजट में शामिल किया गया है। वर्ष-2017 से इस रेलवे लाइन को बजट में शामिल किया जा रहा है। इस रूट पर कई बार सर्वे कार्य किया जा चुका है।
बागपत सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह और केंद्रीय पशुपालन मत्स्य राज्यमंत्री, मुजफ्फरनगर सांसद डॉ. संजीव बालियान इसे अपने-अपने रूट से निकलवाना चाहते हैं। इसी को लेकर पिछले दिनों पेंच फंसा हुआ था। हालांकि, इस बार भी बजट मेें इस रेलवे लाइन को शामिल कर एक बार फिर उम्मीदों को जिंदा रखा गया है।