कोल्हापुर में राहुल गांधी का बड़ा ऐलान: ‘सत्ता में आए तो बढ़ाएंगे आरक्षण की सीमा, हटेगी 50 फीसदी की लिमिट’
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का ऐलान भले ही न हुआ हो, लेकिन सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड में आ चुके हैं। इस क्रम में, पीएम मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी दोनों शनिवार (5 अक्टूबर) को महाराष्ट्र में मौजूद थे। इस दौरान राहुल गांधी ने कोल्हापुर में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो आरक्षण की सीमा बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा लागू है, जिसे राहुल गांधी समाप्त करने की बात कर रहे हैं।
जातिगत जनगणना का वादा
राहुल गांधी ने यह भी वादा किया कि उनकी सरकार जातिगत जनगणना कराएगी और सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण भी करवाएगी। उन्होंने कहा, “हम केवल बातें नहीं करते, जो हम कहते हैं, वो करते हैं।” कोल्हापुर में संविधान सम्मान सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि आरक्षण की 50 फीसदी सीमा को बढ़ाना चाहिए, जो कि एक दिन पहले शरद पवार ने भी कहा था। इससे स्पष्ट है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्ष आरक्षण को एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनाने जा रहा है।
जातीय जनगणना रोकने की कोई शक्ति नहीं
राहुल गांधी ने आगे कहा कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी जातीय जनगणना कराएगी। उन्होंने कहा, “हम केवल जाति जनगणना की बात नहीं करेंगे, बल्कि यह भी देखेंगे कि किसकी कितनी जनसंख्या है और आर्थिक तौर पर उनकी स्थिति क्या है। इसके लिए सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण भी किया जाएगा। हिंदुस्तान के आईएएस कहां-कहां बैठे हैं और दलित पिछड़े कहां हैं, इसका सर्वे कराया जाएगा। इसे कोई शक्ति नहीं रोक सकती। यह बिल पास होगा और कानून बनेगा।”
संविधान के मुद्दे पर पीएम को घेरा
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का हवाला देते हुए कहा, “पहले मोदी जी कहते थे 400 पार। लेकिन जब हिंदुस्तान की जनता ने कहा कि ऐसा करना ठीक नहीं होगा, तो उन्हें संविधान के सामने सर झुकाना पड़ा। संविधान की रक्षा के दो तरीके हैं: जातीय जनगणना कराना और 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार को तोड़ना।” महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा काफी महत्वपूर्ण है, और कांग्रेस इसे चुनाव में भुनाने की योजना बना रही है।