राहुल गांधी आज फिर ED के सामने होंगे पेश, ‘प्रतिशोध की राजनीति’ का विरोध करेगी कांग्रेस

- मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौथे दौर की पूछताछ के लिए सोमवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे.
नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौथे दौर की पूछताछ के लिए सोमवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होंगे. वहीं, राहुल गांधी के बार-बार ईडी के समन के खिलाफ कांग्रेस पार्टी (Congress Party) केंद्र सरकार की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ के खिलाफ देशभर में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. गौरतलब है कि इससे पहले 13 से 15 जून तक राहुल गांधी से हुई ईडी की पूछताछ के खिलाफ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.
राहुल के कहने पर बढ़ाई गई समन की तारीख
गौरतलब है कि ईडी ने गांधी को शुक्रवार (17 जून) को फिर से पेश होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने अपनी मां और पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए अधिकारियों से शुक्रवार के बजाय किसी और तारीख को पेश होने का अनुरोध किया था. बाद में ईडी ने राहुल गांधी को सोमवार को जांच में शामिल होने के लिए नया समन जारी किया था.
बदले की राजनीति और अग्निपथ के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार जयराम रमेश ने रविवार को ट्विटर पर कहा था कि कल देश भर में लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता युवा विरोधी अग्निपथ योजना और मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इसके बाद शाम को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल माननीय राष्ट्रपति से भी मुलाकात कर विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी मुख्यालय में घुसकर पार्टी सांसदों के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार के मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपेगा.
यह है मामला
अपने और इससे पहले, राहुल गांधी से गांधी परिवार द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के स्वामित्व और नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) में इसके शेयरधारिता पैटर्न के बारे में विस्तार से पूछताछ की गई थी. सूत्रों ने कहा कि ईडी के जांचकर्ताओं ने राहुल गांधी से उन परिस्थितियों का वर्णन करने के लिए भी कहा था, जिनके तहत एजेएल को 2010 में वाईआईएल द्वारा अधिग्रहित किया गया था, जिससे वह नेशनल हेराल्ड अखबार के स्वामित्व वाली सभी संपत्तियों का मालिक बन गया. दरअसल, भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने (AJL) द्वारा प्रकाशित नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत की थी. 2010 में एजेएल के वित्तीय कठिनाइयों में फंसने के बाद नव-निर्मित कंपनी वाईआईएल ने इसका अधिग्रहण कर लिया. गौरतलब है कि सुमन दुबे और सैम पित्रोदा वाईआईएल के निदेशक है. ये दोनों गांधी के वफादार माने जाते हैं. भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर अपनी एक शिकायत में सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने और धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.