राहुल गांधी ने विदेशी जमीं से मोदी सरकार पर फिर बोला हमला, कहा- हमारे लोकतांत्रिक ढांचों पर हो रहा बर्बर हमला

राहुल गांधी ने विदेशी जमीं से मोदी सरकार पर फिर बोला हमला, कहा- हमारे लोकतांत्रिक ढांचों पर हो रहा बर्बर हमला

लंदन। विदेशी धरती पर मोदी सरकार के खिलाफ जारी अपने अभियान के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय लोकतांत्रिक ढांचों पर ‘बर्बर हमले’ हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश के लिए एक वैकल्पिक नजरिये के इर्दगिर्द एकजुट होने के लिए विपक्षी दलों में बातचीत चल रही है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भारत में आवाज उठाने वालों के खिलाफ दमन की कार्रवाई हो रही है। बीबीसी के खिलाफ हालिया आयकर सर्वे की कार्रवाई को उन्होंने इसका एक उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि देश को खामोश करने के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रयासों के खिलाफ उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की थी।

‘लोगों के मुद्दे रखने में हो रही बहुत मुश्किल’

यहां इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (IJA) द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘इंडिया इनसाइट्स’ में राहुल ने संवाददाताओं को बताया कि भारत जोड़ो यात्रा इसलिए जरूरी हो गई, क्योंकि हमारे लोकतांत्रिक ढांचे पर बर्बर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया, संस्थागत ढांचे, न्यायपालिका, संसद सभी पर हमले हो रहे हैं। हमें सामान्य तरीकों से लोगों के मुद्दे रखने में बहुत मुश्किल हो रही है।

उन्होंने कहा कि बीबीसी को इस बारे में अभी पता चला है, लेकिन भारत में यह सिलसिला पिछले नौ साल से लगातार चल रहा है। सभी जानते हैं कि पत्रकारों को डराया धमकाया जाता है। उन पर हमले किए जाते हैं। वहीं सरकार की तरफदारी करने वाले पत्रकारों को पुरस्कृत किया जाता है। यह एक पैटर्न का हिस्सा है और मैं इसमें कुछ अलग होने की उम्मीद नहीं करूंगा।

राहुल ने कहा कि अगर बीबीसी सरकार के खिलाफ लिखना बंद कर दे, तो सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सारे मामले गायब हो जाएंगे। राहुल ने खेद व्यक्त किया कि अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से यह संज्ञान लेने में विफल रहे कि लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि भारत मौन रहे। वे चाहते हैं कि सब शांत रहें। वे चाहते हैं कि जो भारत का है उसे लेकर अपने करीबी दोस्तों में बांट सकें। उनकी मंशा है कि लोगों का ध्यान भटकाया जाए और फिर भारत की संपत्ति तीन, चार, पांच लोगों को सौंप दी जाए।

उल्लेखनीय है राहुल इससे पूर्व कैंब्रिज विश्वविद्यालय में अपने भाषण में देश के संवैधानिक ढांचे पर हमले होने और खुद समेत कई विपक्षी नेताओं की निगरानी कराए जाने का आरोप लगा चुके हैं। उनके इस भाषण पर देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। भाजपा ने उनकी इस बयानबाजी को देश की छवि को क्षति पहुंचाने का प्रयास बताया है।

 


विडियों समाचार