नीम हकीम खतरा ऐ जान, रेलवे के सेंक्शन इंजिनियर को भारी पडा हकीम से कैंसर का इलाज कराना, इलाज के दौरान मौत

नीम हकीम खतरा ऐ जान, रेलवे के सेंक्शन इंजिनियर को भारी पडा हकीम से कैंसर का इलाज कराना, इलाज के दौरान मौत
मीडिया से बात करते आदिल राणा

मृतक के परिजनो ने मुख्यमंत्री से की कार्रवाई की मांग

नकुड [इंद्रेश]। नीम हकीम खतरा ऐ जान वाली कहावत खेडा अफगान के कैंसर का इलाज करने वाले विवादित हकीम के मामले मे बिल्कुल सही बैठ रही है। विवादित हकीम से इलाज कराने वाले रेलवे के सेंक्शन इंजिनियर मुस्तकीम की उनके इलाज से मौत हो गयी। मृतक के परिजन अब न्याय के लिये विभागीय अधिकारियो के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे है।

रेलवे मे बतौर सिनियर सेक्सन इंजिनियर काम करने वाले नागपुर निवासी 54 वर्षीय मुस्तकीम खान ओरल कैंसर से पिडित थे। करीब छः माह पूर्व उन्होंने एमआरआई करायी तो उन्हे 1.9’1.2 साईज की गांठ डिटेक्ट हुई। आदिल ने बताया कि उन्होंने मुंबई के टाटा मैमोरियल केंसर होस्पिटल मे दिखाया था। वहाँ के चिकित्सको ने मुस्तकीम को बताया कि टयुमर पहली स्टेज पर है। हल्की सी सर्जरी करनी पडेगी ठीक हो जायेगा।

परंतु इसी बीच मुस्तकीम के किसी सिनियर अधिकारी ने सोशल मिडिया पर हकीम जी की वीडियों देखी और उसे मुस्तकीम को भेजकर उन्हे हकीम जी को दिखाने की सलाह दी। मुस्तकीम की सुसराल शामली के दभेडी गाँव मे है। मुस्कीम के साले आदिल नेे बताया कि मुस्तकीम विगत 13 अक्टुबर को नगापुर से चलकर खेडाअफगान मे इलाज के लिये हकीम जी के पास आये तो हकीम जी ने उन्हे विश्वास दिलाया कि 25 दिन मे मरीज ठीक हो जायेगा। साथ उन्होंने टाटा केंसर अस्पताल की दवा बंद करा दी। हकीम जी की दवा शुरू करते ही उनकी स्थिति बिगडनी शुरू हो गयी।

आपबीती सुनाते आदिल राणा

आदिल ने बताया कि उन्होंने हकीम जी से बताया कि तो उन्होंने दवा बदल दी। पंरतु मरीज की स्थिति बिगडती चली गयी। अंततः हकीम जी ने पल्ला झाडते हुए कहा कि ये केंसर नही है मरीज पर उपरी हवा का असर है। जिसके बाद मुस्तकीम को फिर से टाटा केसर अस्पताल मे दिखाया तो कैंसंर का साईज बढकर 43.3’26.6mm हो गया। जिसके बाद वहाँ भी चिकिस्को ने हाथ खडे कर दिये। ओर विगत 29 नवंबर को मुस्तकीम अल्लाह को प्यारे जो गये।

आदिल ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री के अलावा जिला चिकित्सा अधिक्षक से की है। उन्होंने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। गौरतलब है कि विगत पंदरह दिनो से खेडा अफगान वाले हकीम जी विवादो मे है। महिला नेत्री कोमल गुज्जर सहित कई संगठनो ने इस हकीम जी की डिग्रीयो की जांच कराने की मांग की है। परंतु हकीम जी शिकायत करने वालो पर ही अनापशनाप आरोप लगा रहे है। अब गेंद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो के पाले मे है।


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