कुरआन और रमजान का गहरा रिश्ता: कारी तैयब

  • गांव हाशिमपुरा के मदरसे में हुई तरावीह मुकम्मल

देवबंद [24Cn]: मदरसा दारुल सलाम में रमजान की 11वीं शब में तरावीह में कुरआन पाक मुकम्मल हुआ। इस दौरान सामूहिक दुआ कराई गई। साथ ही कुरआन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।

हाशिमपुरा गांव की अहमदनगर बस्ती में स्थित मदरसे में उस्ताद मौलाना मुफ्ती फारुक ने कुरआन पाक पूरा कराया। इस दौरान  दारुल उलूम के उस्ताद कारी मो. तैयब कासमी ने कुरआन पाक और रमजान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कुरआन और रमजान का गहरा रिश्ता है। कुरआन पूरी इंसानियत के लिए हिदायत और रहनुमाई का जरिया है। हमें अपने जीवन को सही रास्ते पर लाने के लिए कुरआन से मदद लेनी चाहिए। जबकि रमजान अल्लाह ताआला की तरफ से मुसलमानों के लिए खास इनाम का महीना है। इसमें हर लम्हा बरकतें और रहमतें बरसती रहती हैं। अंत में कारी तैयब ने देश और दुनिया में अमन शांति के लिए दुआ कराई। इसमें संस्था के मोहतमिम कारी जुबैर कासमी, कारी मुनव्वर कासमी, हाजी फारुक, चैधरी मुनव्वर, मो. मुर्शीद, उस्मान, जमील मदनी, अमीर हसन, मो. महबूब, मो. मारूफ, निसार अहमद आदि मौजूद रहे।