ठाकुरों से ‘नफरत’, पंडितों से ‘प्यार’! अखिलेश यादव की नई सियासी चाल, बताया PDA में ब्राह्मण की क्या है परिभाषा

लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के राणा सांगा को लेकर दिए गए बवाल के बाद से ही अखिलेश यादव इस मुद्दे को दलित बनाम क्षत्रिय बनाने की कोशिश में जुटे हैं. औरंगजेब बना राणा सांगा के मुद्दे पर जिस तरह से करनी सेना ने सपा सांसद रामजीलाल सुमन के आगरा स्थित घर पर हमला किया, उसके बाद उनके काफिले पर हमला हुआ, अखिलेश यादव इसे दलित विरोधी करार देने में जुटे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने ठाकुरों की सरकार होने तक का आरोप लगा दिया. वे क्षत्रिय मुख्यमंत्री के साथ ही यूपी पुलिस में ठाकुरों को तवज्जो देने का आरोप भी लगाया. जिसके बाद खुद यूपी पुलिस ने उनके आरोपों का जवाब दिया. अब अखिलेश यादव ने ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने के लिए पड़ा की नई परिभाषा दी है. उन्होंने कहा कि पीडीए में ब्राह्मण भी है.
राजधानी लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पंडित के आगे PD लिखते थे. PDA में भी यही है. दरअसल, अखिलेश यादव योगी सरकार ने पर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है. उनका इशारा पूर्वांचल के सबसे बड़े ब्राह्मण नेता हरिशंकर तिवारी की तरफ था. कुछ दिन पहले ही ईडी की तरफ से लोन घोटाले में हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी के खिलाफ एक्शन लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार ब्राह्मणों पर अत्याचार कर रही है. उन्हें हाता नहीं भाता. तिलक नहीं भाता. वो जाने वाले सीएम हैं, इसलिए न्याय नहीं मिल पा रहा है. उनसे पहले पूर्व मंत्री पवन पांडे ने ब्राह्मण नेताओं पर अत्याचार के आरोप लगाये.
ऑपरेशन सिंदूर पर कही ये बात
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार जो फैसला लेना चाहे, समाजवादी पार्टी उनके साथ हैं. आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार जो फैसला लेगी समाजवादी पार्टी साथ है. सपा कह रही है जड़ पर वार कीजिए उनको खत्म कीजिए. जब जड़ पर हमला होगा तो ये जो टहनियां दिखाई दे रही हैं अपने आप समाप्त हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अभी सर्वदलीय बैठक होने वाली है पार्टी उसमें अपनी राय रखेगी. अगर आज देश सुरक्षित है तो सरहद पर तैनात हमारे जवानों की वजह से हैं.