मास्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को यूक्रेन के साथ युद्ध में जीते हुए चार क्षेत्र लुहांस्क, डोनेस्क, खेरसान और जपोरीजिया रूस में मिला लिया। इसके साथ ही यूक्रेन के 15 प्रतिशत हिस्से पर अब रूस का नियंत्रण हो गया है। क्रेमलिन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

पश्चिमी देशों के खिलाफ मुखर हुए पुतिन

कार्यक्रम के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि पश्चिमी देश अपने फायदे के लिए किसी भी अन्य देश में सत्ता विरोधी आंदोलनों को हवा देते हैं और वहां की सरकारें गिराने की ताक में लगे रहते हैं। यह कितना बड़ा अंतर्विरोध है कि पश्चिम ने सच्चाई, स्वतंत्रता और न्याय की कीमत पर भारत जैसे देशों को लूटा था। पुतिन ने कहा, पश्चिम ने अपनी उपनिवेशवादी नीति मध्य काल में शुरू कर दी थी

पश्चिम पर लगाए भारत को लूटने के आरोप

पुतिन में पश्चिमी देशों को लताड़ लगाते हुए कहा कि इन्होंने गुलामों का व्यापार किया, अमेरिका में मूल निवासियों की हत्या की, भारत और अफ्रीका जैसे देशों को लूटा, चीन के खिलाफ ब्रिटेन और फ्रांस ने लड़ाई लड़ी उन्होंने तमाम देशों को नशे में झोंक दिया। पूरे समूह को जान-बूझकर अतिवादी बना दिया। भूमि और संसाधन बचाने के लिए उन्होंने पशुओं की तरह मनुष्यों का शिकार किया। यह मनुष्य की प्रकृति, सच्चाई, स्वतंत्रता और न्याय के विरुद्ध है।

रूसी हमले में 30 की मौत

समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, शुक्रवार को रूस एक तरफ जपोरीजिया को अपना हिस्सा बना रहा था, तो दूसरी तरफ रूसी सैनिकों ने शहर पर हमला करने से भी परहेज नहीं किया। यूक्रेन सरकार के अनुसार, रूसी हमले में 30 लोग मारे गए और 88 घायल हो गए। जपोरीजिया के क्षेत्रीय गवर्नर ओलेक्जांद्र स्तारुख ने बताया कि लोगों का एक काफिला रूस नियंत्रित क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा था। उसी दौरान रूसी बलों ने हमला कर दिया। कई अन्य शहरों पर भी रूसी बलों ने हमले किए।