पुष्पेंद्र ने साढ़े तीन लाख रुपये में लगवाई थी नौकरी
ऋषिकेश से मैनपुरी तक घूमती रही भावना
सहारनपुर। पुलिस के मुताबिक भावना ने पूछताछ में बताया कि फर्जी नियुक्ति का मामला सुर्खियों में आने से पहले शक होने पर वह यहां से ऋषिकेश चली गई थी। वहां 22 दिन रहने के बाद वह मैनपुरी चली गई थी। सोमवार शाम वह अपना सामान लेने के लिए सहारनपुर आ रही थी तो उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी दस्तावेज किए बरामद, विवेचना जारी
सहारनपुर। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि इस मामले में थाना जनकपुरी प्रभारी अभिषेक सिरोही, सर्विलांस प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत, वरिष्ठ उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह के अलावा सर्विलांस सेल के विनीत हुड्डा, विपिन कौशिक और महिला आरक्षी विनीता की टीम ने भावना को पकड़ने और पूछताछ के बाद उससे फर्जी दस्तावेज बरामद किए। इसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट, सनद, मूल निवास प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र और आधार कार्ड की छाया प्रति शामिल है। एसपी सिटी ने बताया कि फर्जी नियुक्ति गिरोह की अन्य गतिविधियों के साथ ही मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र से कनेक्शन और डील को लेकर अन्य विवेचना अभी जारी है।
कहां से पकड़ी भावना, इस पर बदलते रहे अफसरों के बयान
सहारनपुर। भावना की गिरफ्तारी की लोकेशन को लेकर बार बार दिए गए अलग अलग बयानों को लेकर पुलिस की काफी फजीहत भी हुई है। सोमवार दोपहर बाद से मैनपुरी से लेकर सहारनपुर तक की पुलिस और मीडिया में यही चर्चा रही कि भावना को मैनपुरी में बुआ के घर से सहारनपुर लाया गया है। हिरासत में लेने के बाद उससे पूछताछ की जा रही है। देर रात इस मामले न तब चौंका दिया जब एसएसपी दिनेश कुमार की ओर से बताया गया कि इस महिला को सहारनपुर के ही छजपुरा के पास से पकड़ा गया है। यही नहीं, मीडियाकर्मियों ने लोकेशन के बारे में सवाल किया तो एसपी सिटी विनीत भटनागर इतना ही बोले कि सहारनपुर जनकपुरी के विवेचक सहित सर्विलांस की टीम ने ही उसे गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ की जा रही है। इसके कुछ देर बाद पुलिस विभाग की ओर से जारी अधिकृत सूचना में भावना को सहारनपुर से ही पकड़ा जाना बताया गया।