चंडीगढ़। Punjab Election Results 2022 LIVE: आखिरकार, पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे की घड़ी सामने आ गई है। राज्य विधानसभा की सभी 117 सीटों की मतगणना शुुरू हो गई है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू हुई। शुरूआती रुझान करीब एक घंटे में मिलने शुरू हो जाएंगे।
राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी, इसकी तस्वीर दोपहर बाद दो बजे तक साफ होने की उम्मीद है। 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान हुआ था। राज्य में इस बार 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ है।
08.00 AM: पंजाब में सभी 117 सीटों के लिए मतों की गिनती शुरू हो गई है। मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम लाए गए हैं।
07.45 : मतगणना केंद्रों पर ईवीएम लाए जाने लगे हैं। मतगणना ठीक आठ बजे शुरू होगी। बताया जाता है कि पहले डाक मतों की गिनती होगी।
पठानकोट में एक मतगणना केंद्र पर तैनात पुलिस।
07.41 AM: मतगणना की तैयारी पूरी और बस कुछ देर में शुरू होगी। मतगणना कर्मी और उम्मीदवारों के एजेंट अपने स्थानों पर पहुंच गए हैं। सभी को कड़ी चेकिंग के बाद अंदर जाने दिया गया है।
07.15 AM: आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरा भगवंत मान ने विपक्ष के नेता हरपाल चीमा और संगरूर से प्रत्याशी नरेंद्र भराज के साथ संगरूर के गुरुद्वारा मस्तुआना साहिब में माथा टेका। उन्होंने कहा, ‘ हमें उम्मीद है कि पंजाब के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है।’
भगवंत मान ने संगरूर में गुरुद्वारा श्री मस्तुआना साहिब में माथा टेका। (एएनआइ)
07.10 AM : मतगणना केंंद्रोंं पर कर्मचारी पहुंच गए हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उम्मीदवारों के काउंटिंग एजेंट भी विभिन्न केंद्रों पर पहुंचे हैं और उनको कड़ी जांच पड़ताल के बाद मतगणना हाल में जाने दिया जा रहा है। मतगणना केंद्राेंं व इनके आसपास पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के जवान तैनात हैं।
मतगणना की शुरुआत से पहले आज सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रूपनगर (रोपड़) के गुरुद्वारा श्री कतलगढ़ साहिब में माथा टेका। अन्य नेताओं ने भी गुरुद्वार साहिब और मंदिरोंं में दर्शन किए।
गुरुद्वारा श्री कतलगढ़ साहिब में माथा टेकते पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी। (एएनआइ)
दूसरी ओर मतगणना शुुुरू होने से पहले आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के घर को फूलों से सजाया गया है और जलेबियां बनाई जा रही हैं। आप में एग्जिट पोल से उत्साह है।
मतगणना से पहले भगवंत मान के घर को फूलों से सजाया गया है। (एएनआइ)
किसकी सरकार, आज फैसला, सुबह आठ बजे शुरू होगी मतगणना, दो बजे तक तस्वीर होगी साफ
कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (आप) ने 117 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) 97 व उसकी सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 20 सीटों पर दांव खेला था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 68, उसकी सहयोगी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) 34 व शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) 15 सीटों पर किस्मत आजमा रहे हैं। संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) ने भी 107 सीटों पर दांव खेला है।
मतगणना के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं।
चन्नी, बादल, कैप्टन, सुखबीर, भगवंत, सिद्धू, अश्वनी व राजेवाल पर सबकी नजर
देश के सबसे उम्रदराज प्रत्याशी शिअद के संरक्षक व पांच बार मुख्यमंत्री रहे 95 वर्षीय प्रकाश सिंह बादल, दो बार मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा भगवंत मान, शिअद के अध्यक्ष सुखबीर बादल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, शिअद के दिग्गज नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा व कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा की सीटों के नतीजों पर सबकी नजर है। नतीजे इनमें से कई नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे।
बहुकोणीय मुकाबलों में फंसी 50 से अधिक सीटों पर अप्रत्याशित हो सकते हैं परिणाम
करीब 50 सीटें बहुकोणीय मुकाबलों में फंसी हैं और यहां नतीजे अप्रत्याशित हो सकते हैं। दरअसल भाजपा-शिअद के अलग होने व पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाने से पंजाब में सियासी समीकरण बदल गए हैं। किसान आंदोलन का चेहरा रहे बलबीर सिंह राजेवाल भी संयुक्त समाज पार्टी बनाकर चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। एग्जिट पोल में ज्यादातर एजेंसियों ने आम आदमी पार्टी की बढ़त का दावा किया है।
—
हार-जीत के मायने..
– कांग्रेस: यदि सत्ता में लौटी तो तमाम कलह, बगावत की चर्चा खत्म हो जाएगी।चरणजीत सिंह चन्नी व नवजोत सिंह सिद्धू का बढ़ेगा। कैप्टन अमरिंदर को सीएम पद से हटाने के निर्णय सही साबित होगा। हारने की स्थिति में पार्टी में बगावत और बढ़ेगी।
-भाजपा: अच्छे प्रदर्शन पर किसान आंदोलन में उसके विरोध को बेवजह और राजनीतिक माना जाएगा। शिअद के बिना भाजपा का उभार उसे और आगे ले जाएगा। खराब प्रदर्शन पर जनाधार पर सवाल उठेंगे।
-आप : सरकार बनाने में कामयाब हुई तो केजरीवाल के दिल्ली माडल व भगवंत मान के चेहरे के असर पर मुहर लगेगी। अन्य राज्यों में का रास्ता खुलेगा। नाकाम रहने पर मुफ्त की राजनीति पर आलोचना बढ़ेगी।
-शिअद : सत्ता में आई तो बेअदबी मामला बेअसर होगा। ड्रग्स केस में मजीठिया गिरफ्तारी पर कांगे्रस घिरेगी। सुखबीर का कद बढ़ेगा। हारने पर शिअद की स्थिति और बिगड़ेगी। भविष्य में वापसी मुश्किल होगी।
-बसपा: अच्छे प्रदर्शन पर सरकार में भागीदारी से संभावनाएं बढ़ेंगी। खराब स्थिति में गठबंधन पर सवाल उठेगा। भविष्य में पार्टी और कमजोर होगी।
– पंजाब लोक कांग्रेस : जीत मिली तो कांग्रेस के बागी साथ आ सकते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह का कद बढ़ेगा। हारने की स्थिति में इसे पार्टी व कैप्टन की राजनीति का अंत माना जाएगा।
–शिअद संयुक्त: जीत से शिअद विरोधी विचारधारा वाले नेताओं को मंच मिलेगा। खराब प्रदर्शन पर पार्टी बिखर जाएगी। परमिंदर ढींडसा की मुश्किल बढ़ेगी।
इनकी साख दांव पर..
-प्रकाश सिंह बादल: शिअद के संरक्षण 95 वर्ष की उम्र में अपना 12वां विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। जीत का रिकार्ड बना पाएंगे या नहीं, इस पर सबकी नजर है।
-कैप्टन अमरिंदर सिंह: कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी बनाने वाले कैप्टन के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है। जीते तो बादशाहत रहेगी। वरना सियासत का अंत समझा जाएगा।
-चरणजीत सिंह चन्नी: दो सीटों से लड़ रहे हैं। चमकौर साहिब से चुनौती मिल रही है। जीतने पर पार्टी में कद बढ़ेगा, वरना भविष्य की राजनीति चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
– सुखबीर सिंह बादल: पहली बार पार्टी ने सीएम फेस के तौर पर आगे किया है। कामयाब हुए तो शिअद को फिर स्थापित करने का श्रेय मिलेगा, अन्यथा वापसी मुश्किल होगी।
-भगवंत मान: आप सत्ता में आई तो पार्टी में अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरा सबसे बड़ा चेहरा बन जाएंगे। नाकाम रहने पर हार के लिए इन्हीं को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
-नवजोत सिंह सिद्धू: शिअद के बिक्रम मजीठिया से टक्कर मिल रही है। जीते तो और आक्रामक होकर उभरेंगे। हारने पर हार का ठीकरा फूटेगा। आगे के रास्ते भी बंद होंगे।
-अश्वनी शर्मा: अपनी जीत से ज्यादा पार्टी की जीत का दारोमदार इन पर है। सामान्य प्रदर्शन भी जीत जैसा ही होगा, लेकिन खराब प्रदर्शन पर इनके नेतृत्व पर सवाल उठेगा।
-बलबीर सिंह राजेवाल: जीत तय करेगी कि किसान आंदोलन का क्या प्रभाव रहा। हार गए तो चुनाव में कूदने के निर्णय के कारण विरोधियों व अपनों के हमले बढ़ेंगे।
—
सबसे बड़ा सवाल
स्पष्ट बहुमत की सरकार बनेगी या नहीं?
पंजाब में चुनाव के परिणाम को लेकर इस बार सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि राज्य में स्पष्ट बहुमत की सरकार बनेगी या नहीं? यदि किसी पार्टी को बहुमत न मिला तो क्या शिअद व भाजपा फिर से गठबंधन करेंगे? क्या कांग्रेस व आप मिल कर सरकार बनाने का प्रयास कर सकत हैं? यदि कोई भी पार्टी 59 के मैजिक नंबर को न छू सकी और गठबंधन की सूरत नहीं बनी तो क्या राष्ट्रपति शासन लगेगा?
—-
पंजाब की तस्वीर
कुल विधानसभा हलके: 117
कुल उम्मीदवार: 1304
पुरुष उम्मीदवार: 1209
महिला उम्मीदवार: 93
ट्रांसजेडर उम्मीदवार: दो
प्रमुख पार्टियों के कितने उम्मीदवार
कांग्रेस- 117
आम आदमी पार्टी – 117
शिअद- 97
बसपा- 20
भाजपा- 68
पीएलसी- 34
शिअद संयुक्त- 15
संयुक्त समाज मोर्चा- 107
शिअद अमृतसर- 86
लोक इंसाफ पार्टी- 34
सीपीआइ- 07
निर्दलीय व अन्य पार्टियां- 592
—-
2017 विधानसभा चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें
(कुल वोट पड़े: 77.40 प्रतिशत)
पार्टी सीटें
कांग्रेस- 77
शिअद- 15
आप- 20
भाजपा- 03
लोक इंसाफ पार्टी- 02
-गठबंधन की स्थिति: शिअद-भाजपा को कुल 18 सीटें मिली थीं।
2017 में जोन वाइज स्थिति
पार्टी माझा दोआबा मालवा
कांग्रेस 22 15 40
शिअद 02 05 08
आप 02 00 18
भाजपा 01 01 01
लोक इंसाफ पार्टी 00 00 02
2017 मेंं किसे कितने वोट (प्रतिशत में)-
कांग्रेस- 38.5
शिअद- 25.2
आप- 23.7
भाजपा- 5.4
निर्दलीय- 2.1
बसपा- 1.5
लोक इंसाफ पार्टी- 1.2