पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर बोले-किसान दिल्ली व हरियाणा में आंदोलन करें, पंजाब में धरना देकर आर्थिकता प्रभावित न करें
- पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान संगठनों से बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली और हरियाणा में आंदोलन करें लेकिन पंजाब में धरने देकर यहां की आर्थिकता को प्रभावित न करेें। उन्होंने कंडी क्षेत्र में बाड़ लगाने को 90 फीसद सब्सिडी देने की घोषणा की।
नवांशहर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने किसान संगठनों से कहा कि वे अपना आंदोलन हरियाण और दिल्ली में करें, लेकिन पंजाब में धरना आदि न देें। किसान धरना देकर पंजाब की आर्थिकता को नुकसान न पहुंचाएं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के होशियारपुर और नवांशहर जिलों में कार्यक्रमों काे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नवांशहर के बल्लोवाल सौंखड़ी में कंडी क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने इस क्षेत्र में फसलों को जंगली जानवरों द्वारा उजाड़े से बचाने के लिए कांटेदार बाड़ लगाने के बास्ते अब 90 फीसद सब्सिडी देने का ऐलान किया। पहले 50 फीसद सब्सिडी दी जाती थी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे बढ़ा कर 90 फीसद करने का ऐलान किया है। वह बल्लोवाल सौंखड़ी में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से यह भी ऐलान किया गया कि नवांशहर में बागवानी रिसर्च सेंटर व बलाचौर में खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह काठगढ़ के गांव बल्लोवाल सौंखड़ी में कृषि कालेज का नींव पत्थर रखा।
दूसरी ओर, क्षेत्र के किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से बेशक किसानों के लिए सब्सिडी को 50 फीसद से बढ़ा कर 90 फीसद कर दिया गया है लेकिन इस योजना का लाभ सभी किसानों को फंड न आने की वजह से नहीं मिल रहा है। मात्र 100 किसान ही इस योजना का लाभ ले रहे हैं जबकि 200 किसानों के निवेदन पत्र पिछले दो वर्षों से फारेस्ट विभाग का कार्यालय में धूल फांक रहे हैं। फंड न होने से इन किसानों को लाभ नही मिल पा रहा है।
इससे पहले उन्होंने होशियारपुर के हलका चब्बेवाल में सरकारी कॉलेज का नींव पत्थर रखा। इस अवसर उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 925 सरकारी प्रोफेसरों की पोस्टों पर जल्द निर्णय किया जाएगा। उन्होंने कॉलेज का नाम डा. बीआर अंबेडकर के नाम पर रखने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों को अपील की कि वे दिल्ली व हरियाणा में विरोध करें, लेनिक पंजाब में धरने देकर राज्य की आर्थिकता को प्रभावित न करें। उन्हाेंने कहा कि पंजाब में 113 जगहों पर लगाया गया धरना गलत है।