आगामी 2022 विधानसभा भावी विधायक पर जनता की राय
- जनता पर निर्भर है, कि वह अपना विधायक विकास करने वाला चुने।
देवबंद [24CN]: विधानसभा चुनाव 2022 जैसे जैसे निकट आ रहे है, वैसे वैसे मतदाताओं में भावी विधायक को लेकर चर्चाएं होने लगी है। मतदाताओं में से समाज मे अपना स्थान रखने वाले कुछ चुनिंदा लोगों से हमने दैनिक हाॅक की टीम ने जब जानना चाहा कि आपका आने वाला विधायक कैसा होना चाहिए, तो अधिकांश का मानना है कि क्षेत्रीय विधायक अपनी जनता के सुख-दुःख का ध्यान रखने वाला होने के साथ क्षेत्र के विकास में रुचि रखने वाला भी होना चाहिए ।
समाज सेवी एंव एडवोकेट रितेश बंसल का कहना है कि क्षेत्र का विधायक ऐसा होना चाहिए जिसका ध्येय विकास कराना हो। कहा कि योगी सरकार में प्रदेश में विकास कार्य बहुत हुए है, परन्तु देवबंद नगर जैसा था वैसा ही आज भी है।
व्यापारी दीपक गर्ग का कहना है कि भाजपा सरकार आने पर हमें उम्मीद जगी थी, कि अब राजकीय महाविद्यालय में बीएससी के साथ अन्य विषय तथा एमएससी भी खुल जायेगी। बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए देवबंद से बाहर धक्के नही खाने पडेगे। उनका कहा था कि परन्तु भाजपा सरकार में क्षेत्र के छात्र छात्राओं को एक उम्मीद जगी है कि सहारनपुर में विश्वविद्यालय बनने से अब उनको मेरठ के चक्कर नही काटने पडेंगे। कहा कि विधायक अपनी जनता की भावनाओं को समझने वाला होना चाहिए ।

चौधरी ओमपाल सिंह का कहना है, कि नगर देववृंद की जनसंख्या लगभग डेढ लॉख है तथा सैकडों ग्राम भी देवबंद नगर से जुडे है, लगभग तीन लॉख जनसंख्या के लिए क्षेत्र में अच्छी शिक्षा और अच्छे स्वास्थ्य के लिए कोई व्यवस्था नही है। आने वाला विधायक भावनाहीन नही होना चाहिए ।

सभासद व भाजपा नेता दीपक त्यागी का कहना है, कि विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, भाजपा से टिकट के कई लोग दावेदार है और कई लोग अपने आकाओं की परिक्रमा करने में लग गये है। पार्टी जिसको भी टिकट देगी, हम लोग उसको ही जिताएगें, परन्तु इतनी भी उम्मीद हाई कमान से करेंगे, कि वह टिकट आवंटन में जनता की भावनाओं का ध्यान रखें।
ममता शर्मा जो नगर की बेटी तथा दिल्ली में रहकर कई समाजिक संगठनों से जुडी है और इनको पर्यावरण और गार्डन से प्रेम है। ममता शर्मा एलएलबी, बीएड तथा शिक्षिका है। वह कहती है देववृंद एक धार्मिक और ऐतिहासिक नगर है। आजादी के 74 साल बाद भी जितना विकास देवबंद का होना चाहिए था, उतना नही हुआ है, इसके लिए जितने क्षेत्र के विधायक जिम्मेदार है, उतनी ही क्षेत्र की जनता भी है। ममता शर्मा कहती है कि जनता को चाहिए कि वह ऐसे उम्मीदवार को वोट करे जो इस क्षेत्र का विकास भेदभाव रहित करें। इस प्रकार सभी जागरूक क्षेत्रवासियों का मुख्य उद्देश्य यह है कि विधायक ऐसा हो जो क्षेत्र के विकास को भेदभाव रहित होकर करें। यह जनता का विवेक है, कि वह चुनते समय क्या सोचकर मतदान करती है।