हांगकांग: आगजनी-धमाकों के बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस को रोका

हांगकांग: आगजनी-धमाकों के बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस को रोका

हांगकांग विश्वविद्यालय में पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच गतिरोध दूर करने के लिए दंगा नियंत्रण कार्रवाई के तहत छात्रों पर रबर की गोलियां दागी गईं। ये गोलियां विश्वविद्यालय परिसर पर कब्जा जमाए छात्रों पर चलाई गईं। इस दौरान प्रवेश द्वार पर आग लगाकर छात्रों ने पुलिस के बढ़ते कदम रोक दिए। उधर, हाईकोर्ट ने पूरे शहर में विरोध प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक रूप से मास्क पहनने पर रोक लगा दी है।

हांगकांग के हाईकोर्ट के आदेश के बाद चीनी नियंत्रण वाले इस स्वायत्त क्षेत्र की स्थानीय सरकार के उन प्रयासों को झटका लगा है जिसके तहत वह क्षेत्र में ऐसे हालात साबित करना चाहती थी जिनके लिए आपातकालीन ताकतों के इस्तेमाल की जरूरत होती। इस बीच प्रदर्शनकारियों द्वारा तीर से एक पुलिस अधिकारी को घायल करने के बाद पुलिस वैन को भी आग लगा दी गई।

छात्रों का एक बड़ा समूह यूनिवर्सिटी परिसर की दीवारों के भीतर बना रहा और पुलिस को उनसे कब्जा छुड़ाने की कोशिशों में जुटा रहा। हांगकांग पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी के प्रवेश द्वार पर सोमवार तड़के आगजनी से पूर्व कई धमाके सुने गए। पुलिस को अंदर घुसने से रोकने के लिए प्रदर्शनकारियों की इस कार्रवाई के बाद झड़पें और तेज हो गईं। इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि परिसर के भीतर छात्र प्रदर्शनकारी बड़ी तैयारी में बैठे हैं।

विश्वविद्यालय परिसर ‘दंगाग्रस्त’ घोषित

सोमवार को हांगकांग विश्वविद्यालय परिसर में छिड़ी हिंसक झड़पों के दौरान पुलिस ने छात्रों द्वारा घातक हथियारों के इस्तेमाल की निंदा करते हुए पूरे परिसर को ‘दंगाग्रस्त’ घोषित कर दिया। हांगकांग में दंगे के लिए 10 वर्ष तक जेल की सजा है, लेकिन अब तक इस नेता विहीन आंदोलन में प्रदर्शनकारी परिसर को प्रदर्शन केंद्र में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दिए।

चीन ने दी सीधे दखल की धमकी

पिछले छह माह से हांगकांग में जारी प्रदर्शनों के दौरान छात्र प्रदर्शनकारियों द्वारा घातक हथियारों के इस्तेमाल पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने धमकी दी कि इस आंदोलन को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उसने संकेत दिए कि बीजिंग इस हिंसा को खत्म करने के लिए इस स्वायत्तशासी क्षेत्र पर सीधे दखल भी कर सकता है।

विडियों समाचार