नई दिल्ली। अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच खुफिया एजेंसियां सोशल मीडिया पर बारीकी से नजर रख रही हैं। खासकर उन व्हाट्सएप ग्रुप पर नजर रखी जा रही है जो अग्निपथ योजना पर गलत जानकारियां फैला रहे हैं और छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) ने राज्यों की पुलिस से विरोध प्रदर्शन में शामिल असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को कहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जमीन पर काम करने वाले कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे रक्षा परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों के सोशल मीडिया खातों पर नजर रखें। साथ ही स्थानीय पुलिस से संपर्क कर इन संस्थानों के मालिकों से बात करें और अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath recruitment scheme) पर छात्रों की शंका का समाधान करते हुए शांति बनाए रखने की अपील करें।
अधिकारी ने कहा कि बीते कुछ दिनों में सैकड़ों व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जहां भर्ती योजना (Agnipath recruitment scheme) के बारे में बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई गई हैं। हम राज्य पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उनको कानून व्यवस्था की स्थिति पर अपडेट कर रहे हैं। यही नहीं हिंसा करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath recruitment scheme) को लेकर बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन हुए। सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की गई जबकि रेलवे लाइनों को अवरूद्ध कर दिया। कम से कम 200 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। देशभर में कुल 35 ट्रेनें रद की गईं जबकि 13 को गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया।