हैदराबाद। पैगंबर मुहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निलंबित नेता टी राजा सिंह की कथित टिप्पणी को लेकर बुधवार रात हैदराबाद के शालिबांडा में प्रदर्शनकारियों की एक बड़ी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया।
राजा ने पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक बयान देते हुए 10 मिनट का एक वीडियो जारी किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भारी हंगामा हुआ था। उन्हें उसी दिन हिरासत में ले लिया गया था, हालांकि, अदालत द्वारा उनकी रिमांड आवेदन वापस करने के बाद उन्हें मंगलवार को रिहा कर दिया गया। अदालत ने आदेश दिया कि उन्हें तुरंत रिहा कर दिया जाए।
राजा के खिलाफ दबीरपुरा पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 295 और 505 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वहीं, मामले में भाजपा ने कहा कि राजा की टिप्पणी पार्टी लाइन के खिलाफ थी।
टी राजा सिंह को जारी निलंबन पत्र में लिखा है, ‘आपने विभिन्न मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो भारतीय जनता पार्टी के संविधान के नियम XXV. 10 (ए) का स्पष्ट उल्लंघन है।’
अनुशासनात्मक समिति के अध्यक्ष ओम पाठक द्वारा लिखे गए निलंबन पत्र में कहा गया है, ‘मुझे आपको यह बताने के लिए निर्देशित किया गया है कि आगे की जांच लंबित रहने तक, आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से और आपकी जिम्मेदारियों / असाइनमेंट से निलंबित कर दिया जाता है। कृपया इस नोटिस की तारीख से 10 दिनों के भीतर कारण बताएं कि आपको पार्टी से क्यों नहीं निकाला जाना चाहिए। आपका विस्तृत उत्तर 2 सितंबर 2022 तक अधोहस्ताक्षरी के पास पहुंच जाना चाहिए।’
इससे पहले पार्टी ने अपने दो राष्ट्रीय प्रवक्ताओं नुपुर शर्मा और दिल्ली के नेता नवीन जिंदल को पैगंबर के खिलाफ इसी तरह की टिप्पणी करने पर निलंबित कर दिया था।