चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष पर सभी जनपदों में धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित होंगे: मण्डलायुक्त

  • कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में समिति गठित होंगी

सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त ए. वी. राजमौलि ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार मण्डल के सभी जनपदों में चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष धूमधाम से मनाया जायेंगा। उन्होंने कहा कि 04 फरवरी से एक वर्ष तक आयोजित होने वाले चौरी-चौरा शताब्दी समारोंह के लिए शासन ने प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिलास्तरीय समिति गठित करने का निर्णय लिया है मंडलायुक्त श्री राजमौलि ने आज यहां जानकारी देते हुए कहा कि शासन के निर्देशोनुसार सभी चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष धूमधाम से 4 फरवरी, 2021 से 4 फरवरी, 2022 तक सभी जनपदों में मनाया जायेंगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि जनपद स्तर पर चौरी-चौरा की ऐतिहासिक घटना के आधार पर जनपद स्तर पर कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनशिचित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद के स्वतंत्रता संग्राम स्थलों, स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीद ग्रामों के विकास के लिए भी कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर स्वावलंबन, स्वदेशी और स्वच्छता के आधार पर कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जाए।

उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ के लिए भी गठित समिति क्रियाशील रहेंगी। मण्डलायुक्त ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार जिलास्तर पर गठित समिति में जिले के प्रभारी मंत्री अध्यक्ष होंगे। सभी सांसद, विधायकगण, माहपौर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदस्य होंगे। इसी प्रकार सूचना विभाग, लोक निर्माण, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, युवा कल्याण, महिला कल्याण, उद्योग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, नगर विकास, विद्युत, कृषि, पशुपालन, खादी एवं ग्रामोद्योग, होमगाडर््स, तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारी जिन्हें जिलाधिकारी आवश्यक समझे समिति के सदस्य होंगे। जिलाधिकारी समिति के संयोजक तथा मुख्य विकास अधिकारी समिति के सदस्य सचिव होंगे। उन्होंने कहा कि जिलास्तरीय कार्यकारी समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण, नगर आयुक्त, सहायक निदेशक सूचना समिति के सदस्य होंगे। मुख्य विकास अधिकारी समिति के सदस्य- सचिव होंगे। उन्होंने कहा कि समिति में सूचना विभाग, लोक निर्माण, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, युवा कल्याण, महिला कल्याण, उद्योग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, नगर विकास, विद्युत, कृषि, पशुपालन, खादी एवं ग्रामोद्योग, होमगाडर््स, तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारी जिन्हें जिलाधिकारी आवश्यक समझे समिति के सदस्य होंगे। मण्डलायुक्त ने कहा कि मण्डीय जनपद की आयोजन समिति में मण्डलायुक्त और माहनगरीय जनपदों में माहपौर, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण, नगर आयुक्त, नगर निगम भी सदस्य होंगे।