शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 26-11-2025 दिन बुधवार को स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत छात्र एवं छात्राओं द्वारा संविधान के महत्व पर एक विशेष चर्चा की गई एवं। इस कार्यक्रम में विधि विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के संविधान के महत्व, उसकी मूल भावना तथा नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर एवं विधि विभाग के हेड डॉ. उस्मान उल्लाह खान ने माँ सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र कुमार जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ के साथ किया गया

कार्यक्रम में विधि विभाग के हेड डॉ. उस्मान उल्लाह खान ने विद्यार्थी को उनके कर्तव्यों को समझने एवं विधि की महत्ता बताते हुए संविधान कैसे बना आदि जानकारी से सभी छात्र छात्राओं को अवगत कराया। तत्पश्चात छात्रों के बीच क्विज़ प्रतियोगिता, निबंध लेखन तथा वाद-विवाद जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को शुभकामनाएं प्रेषित की और अपने सन्देश में कहा कि “भारतीय संविधान हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला है, जो हमें समानता, स्वतंत्रता और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”

इस अवसर पर कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने भी इस चर्चा में भाग लेने वाले सभी छात्रों व आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं दी और कहा कि संविधान के प्रति जागरूकता न केवल हमारे अधिकारों को संरक्षित करने में मदद करती है। हमें अपने संविधान को समझने और इसके प्रावधानों के अनुसार अपने कर्तव्यों को निभाने की निरंतर कोशिश करनी चाहिए। कार्यक्रम के सफल आयोजन में आयोजक मुकेश पाण्डेय (सहायक प्रोफेसर) और संकाय सदस्य का विशेष योगदान रहा।

इस अवसर पर कार्यक्रम में स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग के समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे।