शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा राष्ट्रीय किसान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
गंगोह : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 23.12.2025 दिन मंगलवार को स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर “विकसित भारत 2047 – भारतीय कृषि के वैश्वीकरण में एफ.पी.ओ. की भूमिका” विषय पर संगोष्ठी एवं किसान संवाद का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए 01 महिला किसान एवं 05 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन किसानों को प्रदान किया गया, जिन्होंने नवाचार, परंपरागत ज्ञान, सहायक क्षेत्रों एवं आधुनिक सोच के माध्यम से कृषि को नई दिशा दी है। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों के अनुभवों, नवाचारों, सहायक क्षेत्रों (Allied Sectors) एवं एफ.पी.ओ. के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने पर विचार-विमर्श करना रहा। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रीतिलता राव, छात्रा, बी.एससी. एग्रीकल्चर (ऑनर्स), तृतीय वर्ष द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत संबोधन के साथ हुई, जिसके पश्चात प्रगतिशील एवं नवाचारी किसानों ने अपने अनुभव साझा किए, जिनमे महिला किसान शुभावरी चौहान एवं बलवीर तोमर, संदीप कुमार व रवि कुमार ने अपने खेती से जुड़े अनुभव साझा करते हुए बताया कि आज की युवा पीढ़ी इन पौष्टिक अनाजों से लगभग अनजान हो चुकी है, जबकि यही अनाज हमारे पारंपरिक भोजन और स्वास्थ्य की नींव रहे हैं सभी वक्ताओं ने पशुपालन को कृषि के साथ जोड़ने पर बल दिया और कहा कि कृषि विकास में बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है। किसान का धैर्य, मेहनत और प्रकृति के साथ तालमेल ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। वक्ताओं में राजीव उपाध्याय ‘यायावर’ने क्षेत्र की संस्कृति और इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सहारनपुर जनपद की नदियों खेती में योगदान पर प्रकाश डाला। स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरनमेंटल साइंसेज विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शिवानी ने भी किसान उत्पादक संगठन की अवधारणा पर विस्तार से जानकारी दी।.

कार्यक्रम में संस्था के केयरटेकर सूफी ज़हीर अख्तर जी ने कृषि के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व पर अपने विचार रखते हुए कहा कि भारत की सभ्यता की जड़ें कृषि में निहित हैं। हमारी संस्कृति, पर्व-त्योहार एवं जीवनशैली खेती से ही विकसित हुई है।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरनमेंटल साइंसेज विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शिवानी ने आमंत्रित अतिथियों एवं सभी उपस्थित गणमान्यों का धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह व कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों व सभी किसान भाइयों को किसान दिवस की अनेक शुभकामनाएं प्रेषित की। कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कहा कि आज किसान केवल उत्पादन की चुनौती ही नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन, अनियमित वर्षा, बढ़ते तापमान एवं प्राकृतिक संसाधनों की कमी से भी जूझ रहा है। इसके बावजूद किसान निरंतर देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
इस अवसर पर डॉ. विकास पंवार, डॉ. रजनीश पाल, बद्रीश तिवारी, अभिषेक कुमार, रोहित कुमार, दीपक कुमार एवं छात्रों में रोहन सैनी, प्रिंसी, अजय, सोनम आदि का कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का समापन “जय किसान”के उद्घोष के साथ हुआ
