फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करते प्रोग्राम ऑफिसर हर्ष यादव

- सहारनपुर में निजी सेप्टिक टैंक खाली करने वाले ऑपरेटरों को एसटीपी परिसर में प्रशिक्षण देते सीएसई के प्रोग्राम ऑफिसर हर्ष यादव।
सहारनपुर। सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट के अपशिष्ट जल प्रबंधन विशेषज्ञ एवं प्रोग्राम ऑफिसर हर्ष यादव ने मल्हीपुर रोड़ स्थित ट्रीट प्लांट परिसर स्थापित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और निजी सेप्टिक टैंक खाली करने वाले ऑपरेटरों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया।
सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट (सीएसई) के प्रोग्राम मैनेजर हर्ष यादव ने मल्हीपुर रोड स्थित एसटीपी परिसर में स्थापित किये गए 25 केएलडी क्षमता के फीकल स्लज फॉर ट्रीटमेंट प्लांट का निगम अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने गत जून माह में अपने दौरे के समय प्लांट को चलाने के लिए कुछ टिप्स अधिकारियों व कर्मचारियों को दिए थे। उन्होंने बताया कि उस दिशा में सहारनपुर नगर निगम द्वारा कार्य किया गया है।
निजी सेप्टिक टैंक खाली करने वाले ऑपरेटरों के लाइसेंस बनाये गए हैं और प्लांट के बुनियादी ढांचे को भी दुरुस्त किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले प्लांट पर सीवरेज(जल-मल) की गाडिय़ां नहीं पहुंच रही थी। लेकिन अब प्रतिमाह 18-19 गाडिय़ां आ रही है जबकि प्लांट को सुचारु रुप से चलाने के लिए हर रोज कम से कम 6 गाडिय़ां आनी चाहिए।
निजी ऑपरेटरों को प्रशिक्षण देते हुए हर्ष यादव ने कहा कि जो भवन सीवर लाइन से नहीं जुडेघ् हैं उनकी सफाई और उन भवनों एवं आवासों से निकले हुए मानव अपशिष्ट को प्लांट तक पहुंचाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने ऑपरेटरों से कहा कि वे जिस घर या कार्यालय से गड्ढ़ा खाली करें, उसके स्वामी को बताएं कि यह गड्ढ़ा तीन साल में एक बार खाली होना आवश्यक है।
यादव ने एसटीपी संयत्रों की सफाई पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि 25-26 सितंबर को बिजनौर में सीएसई और निदेशालय द्वारा एफ एस एस एम (मल कीचड़ प्रबंधन ) के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरु किया जा रहा है। जिसमें सहारनपुर से सहायक नगरायुक्तध्नगर स्वास्थय अधिकारी अशोक प्रिय गौतम हिस्सा लेंगे।
अशोक प्रिय गौतम ने प्रशिक्षु सभी निजी सेप्टिक टैंक खाली करने वाले ऑपरेटरों को बताया कि इस कार्य के विधिपूर्वक संचालन के लिए नगर निगम द्वारा एक उपनियमावली बनायी जा रही है। इस अवसर पर सभी ऑपरेटरों को सेफ्टी किट प्रदान करते हुए सहायक नगरायुक्त ने कहा कि कोई भी ऑपरेटर बिना किट के कार्य ना करें।
उन्होंने बताया कि सेप्टिक टैंक मैनेजमेंट में लगे लाइसेंसधारी ऑपरेटरों का भविष्य में दस लाख रुपये का बीमा कराने की भी योजना है। इसके अलावा निगम द्वारा सबके लिए निशुल्क मेडिकल चौकअप भी रेगुलर कराया जायेगा और दवाईयां भी उपलब्ध करायी जायेंगी। इस दौरान मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रपाल, एसबीएम टीम के चांद खां व मौ.इंतजार आदि भी मौजूद रहे।