जब तक हिंदू एक नहीं होंगे, समस्याओं का अंत तब तक नहीं: स्वामी रामभद्राचार्य

जब तक हिंदू एक नहीं होंगे, समस्याओं का अंत तब तक नहीं: स्वामी रामभद्राचार्य
  • स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा है कि जब तक 80 फीसद हिंदू एक नहीं होंगे तब तक समस्याओं का अंत नहीं होगा। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही हिंदू बंट रहे हैं मठ और मंदिरों पर आज भी हमले हो रहे हैं।

भोपाल। जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा है कि स्वतंत्रता के बाद से ही हिंदू बंट रहा है। हिंदुओं की जनसंख्या देश मेंपहले 70 प्रतिशत हुई और अब तो 60 प्रतिशत ही रह गई है। हिंदुओं के मठ-मंदिर तोड़े जा रहे हैं, उनकी बहू-बेटियों का मतांतरण कराया जा रहा है। इसीलिए मध्य प्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट में 15 दिसंबर को हिंदू एकता महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है। इस महाकुंभ के माध्यम से हिंदुओं को एक करने का प्रयास है। जब तक हिंदू एक नहीं होंगे, तब तक देश में समस्याओं का अंत नहीं होगा। शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि चित्रकूट में आयोजित होने वाले महाकुंभ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत, चारों पीठों के शंकाराचार्य सहित बड़ी संख्या में साधु-संतों व गणमान्य लोगों को आमत्रंण भेजा है। इसमें मतांतरण, समान नागरिक संहिता, जनसंख्या नियंत्रण कानून, हिंदू सशक्तीकरण, गोवध निषेध सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी।

इन राज्यों में बढ़ा हिंदुओं का कद

स्वामी रामभद्राचार्य ने हाल ही में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा हिंदू धर्म अपनाने पर कहा कि अब धर्म वापसी हो रही है। हम मतांतरण नहीं करते, बल्कि धर्म में वापसी की जाती है। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार और मप्र में शिवराज सरकार में हिंदुओं का सम्मान व कद बढ़ा है, लेकिन अभी हिंदुओं को एकत्रित करना जरूरी है। जनसंख्या नियंत्रण कानून की सख्त जरूरत है। देश में रहने वाले किसी भी जाति व धर्म के लोग हों, दो बच्चे ही पैदा होने चाहिए, तभी जनसंख्या नियंत्रित हो सकेगी। वे बोले कि हिंदू एक हो जाएं, यही हमारा उद्देश्य है। स्वामी रामभद्राचार्य का आशीर्वाद लेने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी पहुंचे। इधर, मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित ईसाई मिशनरी के सेवाधाम बाल आश्रम पर बच्चों पर मतांतरण के लिए दबाव बनाने और उन्हें गोमांस खिलाने का आरोप लगा है। एक छात्र के पिता की शिकायत पर राष्ट्रीय बाल आयोग ने पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर 48 घंटे के अंदर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।