लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी के रोल में आने वाली प्रियंका गांधी की लखनऊ में गुरुवार को होने वाली पदयात्रा स्थगित हो गई है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की लखनऊ में गुरुवार को चौक क्षेत्र में दिन में एक बजे से पदयात्रा प्रस्तावित थी, लेकिन तीन बजे तक तो वह लखनऊ ही नहीं पहुंची थीं।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की इस पदयात्रा के बारे में कहा जा रहा है कि यह लखनऊ में चौक क्षेत्र के बड़ी काली जी के मंदिर से शुरू होगी और दरगाह हजरत अब्बास पर खत्म होनी थी। उनकी इस पदयात्रा के बारे में कांग्रेस के लखनऊ के नेताओं के साथ प्रदेश के नेताओं को भी जानकारी नहीं थी। इसके बाद बताया गया कि जिला प्रशासन की अनुमति न मिलने पर प्रियंका गांधी की यात्रा को स्थगित कर दिया गया। पदयात्रा दस सूत्री कांग्रेस की प्रतिज्ञा को लेकर थी। इसमें टिकटों में महिलाओं की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी, छात्राओं को स्मार्टफोन और स्कूटी, किसानों का पूरा कर्जा माफ, 2500 में गेहूं व धान तथा 400 में गन्ना का मूल्य निर्धारण, बिजली बिल सब का हाफ तथा करोना काल का बकाया साफ, दूर करेंगे कोरोना की आर्थिक मार सभी परिवार को देंगे 25 हजार, 20 लाख को सरकारी रोजगार, कोई भी हो बीमारी मुफ्त होगा दस लाख तक का इलाज, महिलाओं को हर साल तीन सिलेंडर मुफ्त तथा महिलाओं को सरकारी बसों में यात्रा मुफ्त आदि को लोगों के बीच में पहुंचाने का उद्देश्य था।

कांग्रेस का आरोप है कि पदयात्रा की प्रशासन की ओर से अनुमति ना मिलने की वजह से प्रियंका गांधी कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं। कांग्रेस कमेटी चेयरमैन संपूर्णानंद, प्रदेश पूर्व कोषाध्यक्ष नईम सिद्दीकी ने चौक के रामजानकी धर्मशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।