प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 10 बजे करेंगे देश को संबोधित, लॉकडाउन बढ़ने के चांस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 10 बजे करेंगे देश को संबोधित, लॉकडाउन बढ़ने के चांस

नई दिल्ली
आखिर जिसका सबको इंतजार था उस सवाल का जवाब कल मिलने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल खुद सुबह 10 बजे देश को संबोधित करनेवाले हैं। कल ही 21 दिन का लॉकडाउन भी खत्म हो रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री खुद आगे का प्लान बता सकते हैं कि लॉकडाउन बढ़ेगा या नहीं। वैसे ताजा हालात देखते हुए लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ने के पूरे चांस हैं। हालांकि, कुछ नई छूट मिल सकती हैं।

इससे पहले आज मोदी के संबोधन की बात कही जा रही थी। लेकिन फिर सरकारी सूत्रों ने खुद इसे खारिज किया था। देशभर में पहले ही कोरोना वायरस लॉकडाउन बढ़ने की चर्चा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की थी। उस मीटिंग में यह बात निकलकर आई थी कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्ते यानी इस पूरे महीने के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। अब हो सकता है कि मोदी खुद कल इस बात की घोषणा कर दें।

​अर्थव्यवस्था का इंजन भी चलाना चाहती है सरकार

21 दिन के लॉकडाउन की वजह से दुनिया के साथ-साथ देश को भी काफी नुकसान हुआ है। अब सरकार इसकी पूर्ति करना चाहेगी। मुख्यमंत्रियों ने भी मीटिंग में पीएम मोदी से इसका जिक्र किया था। बताया था कि राजस्व में पिछले महीने 50 से 75 प्रतिशत तक का घाटा हुआ है।
  • खेती, किसानी को छूट

    लॉकडाउन 2.0 में भी किसानों को छूट जारी रहेगी। इस लॉकडाउन में सरकार यह पक्का करेगी कि फसल की उपज और खरीद में किसी तरह की दिक्कत न हो। यहां तक रेड और ऑरेंज जोन में भी सब्जियां घर तक पहुंचाने का प्रबंध होगा। सीधा मतलब है कि सब्जियों की कमी नहीं होगी। मछली उद्योग को भी छूट मिलेगी।
  • ​कारखानों में बंद होकर काम करेंगे मजदूर?

    अर्थव्यवस्था और कामगारों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार छोटे और मध्यम उद्योगों को खोल सकती है। इसमें मोदी को सुझावा गया है कि फैक्ट्री में मजदूर अंदर रहकर काम करें और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वहीं रहें, घर न जाएं। इन कारखानों में काम करनेवाले ज्यादातर लोग कैंप्स में रह रहे हैं। इन्हें स्पेशल ट्रेन और बस की मदद से फैक्ट्री तक पहुंचाया जा सकता है। फिलहाल ऐसे कारखानों की पहचान हो रही, पूरा अप्रैल ऐसे ही काम करवाया जाएगा।
  • 6 राज्य कर चुके हैं लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा

    6 गैर बीजेपी राज्य (दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना, वेस्ट बंगाल, पंजाब और ओडिशा) पहले ही लॉकडाउन को पूरे अप्रैल तक लागू रखने की बात कह चुके हैं। बीजेपी शासित राज्य भी इसपर राजी है, उन्हें केंद्र के फैसले का इंतजार है।
  • किन क्षेत्र की कंपनियों को खोला जा सकता है

    टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक सामान बनानेवाली कंपनी। हाउसिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर। सड़क की रेहड़ी पटरी। मोबाइल, इलेक्ट्रिक रिपेटर की दुकान। धोभी, मोची, प्रेस वाला आदि को काम करने की इजाजत होगी।
  • इन शहरों को छूट मिलना मुश्किल

    मेट्रो शहरों को बढ़े लॉकडाउन में छूट मिलना मुश्किल है। दरअसल दिल्ली, मुंबई, इंदौर, गुड़गांव, भोपाल, हैदराबाद, अहमदाबाद, जयपुर, बेंगलुरु में कोरोना के केस लगातार सामने आ रहे हैं। इसलिए यहां कोई नई छूट मिलना मुश्किल है।
  • दिल्लीवालों को कितनी छूट मिलेगी?

    दिल्ली में लॉकडाउन बिल्कुल खत्म होने की उम्मीद बिल्कुल नहीं है। 2 मार्च को पहला केस मिलने के बाद अब तक दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार हो गई है। इसके मद्देनजर 43 इलाके सील हैं। माना जा रहा है कि अगर दिल्ली में थोड़ी बहुत ढील मिलती भी है, तो इन 43 इलाकों को छोड़कर अन्य जगहों पर लागू हो सकती है। ऑड-ईवन की तर्ज पर सीमित संख्या में वाहनों की आवाजाही की भी चर्चा है। दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में सोमवार से ऑड-ईवन नियम लागू किया गया है। मंडी के शेड ऑड और ईवन के मुताबिक खुल रहे हैं। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए आजादपुर सब्जी मंडी में सुबह 6 से 11 बजे तक सब्जियों, जबकि दोपहर 2 से 6 बजे तक फलों की बिक्री का नियम रखा गया है।

बेजान हुई अर्थव्यवस्था को चलाने का जिम्मा
21 दिन के लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर हुआ है। लोगों के पास काम धंधा नहीं है। ऐसे में इसबार सरकार कृषि के साथ-साथ कारखानों और माल के ट्रांसपोर्ट को छूट दे सकती है। बंदिशें खासकर ऐसे इलाकों तक सीमित रह सकती हैं जहां कोरोना के के ज्यादा हैं, मतलब हॉस्पॉट इलाकों में।

किसानी के साथ-साथ कारखानों को छूट संभव
21 दिन के लॉकडाउन में खेती से जुड़े कामों को छूट थी। लेकिन कारखाने बंद थे, जिससे लोगों के रोजगार छिन गए। इसबार लॉकडाउन 2.0 में सरकार छोटे और मध्यम उद्योगों को खोल सकती है। कारखाना मालिकों से कहा जाएगा कि मजदूरों को अंदर ही रोका जाए, खाने-पीने और रहने का इंतजाम वहीं हो।


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