हिंदू अधिक बच्चे पैदा कर भारत को इस्लामिक देश बनने से रोकें

- मुसलमान नियोजित तरीके से कई बच्चों को जन्म देकर अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं. सरस्वती ने कहा कि इसलिए हमारे संगठन ने भारत को इस्लामिक देश बनने से रोकने के लिए हिंदुओं से अधिक बच्चों को जन्म देने के लिए कहा है.
शिमला: अपने भड़काऊ बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाले महंत यति नरसिंहानंद (Narsinghanand) के एक संगठन ने भारत को इस्लामिक देश बनने से बचाने के लिए हिंदुओं (Hindus) से अधिक से अधिक बच्चों को जन्म देने का आह्वान किया. इसके पहले हरिद्वार में नफरत भरे भाषण मामले में जमानत पर छूटे महंत ने इस महीने मथुरा में हिंदुओं से देश को आगामी दशकों में हिंदू-विहीन बनने से रोकने के लिए अधिक बच्चों को जन्म देने का अनुरोध किया था. अब हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के ऊना में शुरू हो रहे तीन दिवसीय धर्म संसद में पहले ही दिन पहले पुलिस ने आयोजनकर्ता को भड़काऊ भाषण न देने लिए नोटिस जारी किया है. किसी भी अप्रिय घटना से बचने और सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल बुला लिया गया है. बटालियन की दो टुकड़ियां पहुंच गई हैं.
मुसलमान निय़ोजित तरीके से बढ़ा रहे आबादी
अखिल भारतीय संत परिषद के हिमाचल प्रदेश के प्रभारी यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, क्योंकि यह हिंदू बहुल है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले के मुबारकपुर में संगठन की तीन दिवसीय धर्म संसद के पहले दिन दावा किया कि मुसलमान नियोजित तरीके से कई बच्चों को जन्म देकर अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं. सरस्वती ने कहा कि इसलिए हमारे संगठन ने भारत को इस्लामिक देश बनने से रोकने के लिए हिंदुओं से अधिक बच्चों को जन्म देने के लिए कहा है.
पुलिस के पहरे में धर्म संसद
अब सोमवार और मंगलवार को तीन बड़े पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में कड़े पहरे के बीच धर्म संसद का आयोजन होगा. डीसी राघव शर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के याचिकाकर्ता ने उनसे पत्राचार किया है. इसके बाद यह व्यवस्था की है. रविवार को अखिल भारतीय संत परिषद की तीन दिवसीय धर्म संसद के आगाज पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मीडिया से बातचीत में एक संप्रदाय विशेष पर आपत्तिजनक शब्द कहे. वहीं, उन्होंने हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने, उन्हें अपने परिवार को सुरक्षित करने के लिए सक्षम बनाने और रक्षा के लिए हथियार उठाने को कहा.