तीसरे जुमा की नमाज के उपरांत की देश व दुनिया मे अमन चैन की दुआ

तीसरे जुमा की नमाज के उपरांत की देश व दुनिया मे अमन चैन की दुआ
  • तीसरे जुमा की नमाज अदा करते अकीदतमंद

देवबंद। मुकद्दस माह रमजान के तीसरे जुमा की नमाज नगर व देहात क्षेत्र की प्रमुख मस्जिदों में अकीदत के साथ अदा की गई। नमाज के उपरांत अकीदतमंदों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर देश व दुनिया में अमन चैन और समृद्धि की दुआ की। नमाज के बाद लोगों ने ईद के लिए जमकर खरीदारी की जिससे नगर के बाजार गुलजार नजर आए।

नगर की मर्कजी जामा मस्जिद में जुमा की नमाज दारूल उलूम वक्फ देवबंद के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मोहम्मद आरिफ कासमी ने अदा कराई। इस दौरान उन्होंने मुकद्दस माह रमजान के तीसरे और आखिरी अशरे पर रोशनी डालते हुए कहा कि रमजान के यह आखिरी दस दिन दौजख से निजात के दिन हैं। मुसलमानों को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा इबादत करें और दुआओं का अहतेमाम करें। अल्लाह से अपने तमाम गुनाहों की तौबा करें ताकि दौजख की आग से छुटकारा मिल सके।

दारूल उलूम की रशीदिया मस्जिद जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने नमाज अदा कराई। इससे पूर्व उन्होंने ब्यान करते हुए अल्लाह के बताए रास्तों पर चलने की हिदायत की और माह ए रमजान में बरसने वाली रहमतों और बरकतों के बारे में तफसील से बताया। मौलाना ने कहा कि रमजान के दो हिस्से गुजर चुके हैं इसलिए जो एक हिस्सा बाकी बच गया है उसके अंदर हर वक्त इबादत में गुजारे।

दारुल उलूम वक्फ की अतयबुल मसाजिद में मोहतमिम मौलाना सुफियान कासमी ने नमाज अदा कराते हुए देश व दुनिया में अमन चैन व समृद्धि के लिए दुआ कराई। इसके अलावा नगर की अन्य प्रमुख मस्जिदों में भी जुमा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी जुमा की नमाज अदा कर अकीदतमंदों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाए।

जुमा की नमाज के बाद नगर के बाजारों में ईद के लिए खरीदारी करने वालों की भारी भीड़ नजर आई। खासतौर पर ग्रामीण अंचलों से आए लोगों ने कुर्ता पायजामा, टोपी, मिसवाक आदि की खरीदारी की। जिससे नगर के बाजार गुलजार बने रहे। सुरक्षा एवं व्यवस्था के मद्देनजर नगर के विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा।