SP-BJP में छिड़ा पोस्टर वॉर, क्या सपा के नए नारे ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ बदलेंगे सियासी समीकरण?

SP-BJP में छिड़ा पोस्टर वॉर, क्या सपा के नए नारे ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ बदलेंगे सियासी समीकरण?

यूपी उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में पोस्टर वॉर छिड़ गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के जवाब में समाजवादी पार्टी ने नया पोस्टर रिलीज किया है. समाजवादियों के नए नारे ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ से क्या यूपी में सियासी समीकरण बदलेंगे. बता दें कि चुनावी समर में उतरने के लिए नेताओं ने एक-दूसरे की काट ढूंढनी शुरू कर दी है तभी तो समाजवादी पार्टी ने नया पोस्टर रिलीज किया है. BJP के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ की काट के तौर पर समाजवादियों ने नया नारा ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ दिया है.

सपा ने लखनऊ में लगवाए पोस्टर

समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ के नारे वाले कई पोस्टर लगवाए हैं, जिसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव की फोटो के साथ नारा लिखा है. पोस्ट वॉर से लखनऊ में सियासी माहौल गरमा गया है. इससे कुछ दिन पहले एसपी की तरफ से एक और पोस्टर सामने आया था, जिस पर ‘न बंटेंगे, न कटेंगे.’ लिखा था, फिर एक और आया जिस पर लिखा था 27 का सत्ताधीश, लेकिन सीएम योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाला नारा हरियाणा चुनाव में भी पार्टी के लिए वरदान साबित हुआ था. योगी आदित्यनाथ ने 26 अगस्त को पहली बार इस नारे का इस्तेमाल किया था. इसके बाद पीएम मोदी ने भी इसका समर्थन भी किया था, अब तो RSS भी इस मुद्दे पर साथ दिख रहा है.

एक-दूसरे पर हमलावर SP-BJP

यूपी उपचुनावों से पहले सपा और बीजेपी एक दूसरे पर हमलावर हैं. सीएम योगी समाजवादियों पर निशाना साधने से नहीं चूकते. दीपावली के मौके पर भी योगी आदित्यनाथ ने समाज को बांटने वालों को रावण और दुर्योधन के डीएनए वाला बताया. सीएम योगी ने गुरुवार को कहा, ‘आज कोई जाति, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है. इन बांटने वाले तत्वों में रावण और दुर्योधन का ही DNA काम कर रहा है.’

अखिलेश ने किया पलटवार

वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी की बौखलाहट बता रही है कि उसकी हार निश्चित है. अखिलेश ने कहा, ‘बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से चुनाव नहीं लड़ रही है, अधिकारियों के माध्यम से लड़ रही है और जो अधिकारियों के साथ चुनाव लड़ने लगे तो समझ लो उसकी हार निश्चित है.’

13 नवंबर को यूपी में उपचुनाव

यूपी की 10 में से 9 विधानसभा सीट फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी पर उपचुनाव होना है. इसमें कानपुर की सीसामऊ सीट को छोड़कर सभी सीटें विधायकों के सांसद बन जाने की वजह से खाली हुई हैं. सीसामऊ से इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता हो जाने की वजह से सीट पर उपचुनाव हो रहा है, लेकिन अयोध्या की मिल्कीपुर सीट को लेकर कोई ऐलान नहीं हुआ है. 13 नवंबर को उपचुनाव की इन सीटों पर वोटिंग होनी है और 23 नवंबर ये पता चल जाएगा कि यूपी की जनता ने किसे अपना आशीर्वाद दिया है.