प्रदूषण के जहर का कहर: दिल्ली-एनसीआर में हर तरफ धुआं ही धुआं, फिजा में पसरी स्मॉग की चादर
दिवाली के दूसरे दिन मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा रहा। दिन भर पूरे रीजन में धुआं-धुआं पसरा दिखा। आंखों में जलन होने के साथ ही लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हुई।
दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा तेजी से बढ़ने से हवा की गुणवत्ता सोमवार से ज्यादा खराब रही। दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के आसपास रहा।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा समेत पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने के 55 फीसदी से ज्यादा मामले बढ़े हैं। सेटेलाइट इमेज से पता चला है कि 2,577 जगहों पर पराली जताई गई।
वहीं, दिल्ली पहुंचने वाली हवाएं तेजी से हरियाणा की तरफ से आ रही हैं। इससे दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा 25 फीसदी हो गया। वहीं, बुधवार को इसके 29 फीसदी तक पहुंच जाने की आशंका है।
दूसरी तरफ सतह पर चलने वाली हवा की चाल धीमी है। मंगलवार को यह 6 किमी प्रति घंटा रही। इससे दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण स्थिर हो गया है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 रिकार्ड किया गया।
वहीं, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा व नोएडा का प्रदूषण मीटर 400 को पार करता हुआ गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। गुरुग्राम व फरीदाबाद में स्थिति थोड़ी बेहतर है। बेहद खराब स्तर पर होने के बाद भी यहां का सूचकांक भी 400 के नजदीक बना हुआ है।