सहारनपुर : सहारनपुर में शुक्रवार को नमाज के बाद जामा मस्जिद से घंटाघर पहुंची भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने लौटते समय जो उपद्रव मचाया, पुलिस ने उनकी पहचान करना शुरू कर दिया है। पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि कुछ उपद्रवी काले कपड़े और नीली टोपी पहने थे। यह लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने भी नहीं गए बल्कि मस्जिद के बाहर ही खड़े रहे। पुलिस इस मामले में अब तक 48 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है, करीब दो सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

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व्यापारी बोले, पहले कभी नहीं देखा इन लोगों को

डीआइजी प्रीतींदर सिंह ने बताया कि अब तक की पुलिस जांच में भीड़ में शामिल कुछ ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जो पहले कभी भी जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए नहीं आए। डीआइजी ने बताया कि स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों ने भी बताया है कि वह हर जुमे को नमाज पढ़ने आने वालों को जानते हैं, लेकिन शुक्रवार को काले कपड़ों और नीली टोपी में कुछ ऐसे लोग थे, जिन्हें पहले कभी जामा मस्जिद के आसपास नहीं देखा। डीआइजी के अनुसार ऐसे लोगों की पहचान कर फुटेज से उनके चित्र निकाले जा रहे हैं।

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टकराव बढ़ता तो हो जाता बड़ा बवाल

दरअसल, जुमे की नमाज के बाद घंटाघर की नेहरू मार्केट, मोरगंज पर जिस समय युवकों ने उत्पात मचाया तो हिंदू संगठन के भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए थे। यहां पर पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए हिंदू संगठन के लोगों को अलग किया और उनसे जाने की अपील की। जिसके बाद उनके पदाधिकारियों ने सभी युवकों को आदेश दिया कि वह घंटाघर पर नहीं रहेंगे। इसके बाद हिंदू संगठन के लोग वापस चले गए। यदि दोनों पक्षों के लोगों का टकराव होता तो बवाल बड़ा रूप ले सकता था।

 

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फर्जी वायरल मैसेज को सच मान लिया

8 जून को जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की फोटो के साथ एक मैसेज इंटरनेट पर वायरल हुआ। मैसेज में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद भारत बंद का आह्वान किया गया था। इस मैसेज के 24 घंटे बाद मौलाना अरशद मदनी ने इसका खंडन किया। उन्होंने कहा था कि भारत बंद से उनका या उनके संगठन का कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की थी।

आरोपितों की एक रुपये में पैरवी करेगी ऑल इंडिया मॉइनारिटी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन

इस बीच ऑल इंडिया मॉइनारिटी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन के वकीलों ने बलवे के आरोपितों का केस एक रुपये में लड़ने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अली ने कहा कि पुलिस ने निर्दोष लोगों को भी गिरफ्तार किया है। कहा कि एसोसिएशन ने वकीलों का एक पैनल बनाया है, जो एक रुपये में गिरफ्तार आरोपितों की पैरवी करेगी। एडवोकेट मोहम्मद अली ने कहा कि जो शरारती तत्व थे, उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि पुलिस गिरफ्तार लोगों पर अन्य धाराएं न लगाए। इन पर वहीं धाराएं लगाई जाए,जो सही हो। वकीलों के पैनल में छह वकील शामिल किये गए हैं, जिनमें ऑल इंडिया मॉइनारिटी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अली,एडवोकेट बाबर वसीम, एडवोकेट नासिर हैदर जैदी, एडवोकेट मंजर हुसैन, एडवोकेट फरीद अहमद व एडवोकेट मोहम्मद अशरफ खान शामिल है।