धरना देने जा रहे कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने लिया हिरासत में, छोड़ा

धरना देने जा रहे कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने लिया हिरासत में, छोड़ा
  • सहारनपुर में पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते कांग्रेस के राष्ट्रीय व पूर्व विधायक इमरान मसूद।

सहारनपुर [24CN] । कस्बा बेहट के चर्चित हैंडपम्प प्रकरण में धरना देने जा रहे कांग्रेस के बेहट विधायक नरेश सैनी व सहारनपुर देहात के विधायक मसूद अख्तर को उपजिलाधिकारी की अगुवाई में पुलिस ने हिरासत में ले लिया तथा दोनों विधायकों को पुलिस लाइन के लिए रवाना कर दिया। बाद में पुलिस लाइन में कांग्रेस नेताओं को प्रशासन ने बेहट में उखाड़े गए हैंडपम्प को जल्द ही पुन: स्थापित कराने का आश्वासन देते हुए रिहा कर दिया।

बेहट विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक नरेश सैनी, सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर व कांग्रेस नेता शायान मसूद बेहट जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उपजिलाधिकारी बेहट के नेतृत्व में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। विधायक नरेश सैनी व मसूद अख्तर ने प्रशासन के इस रवैये का पुरजोर विरोध किया। इस पर पुलिसकर्मी दोनों विधायकों को जबरदस्ती उपजिलाधिकारी बेहट की गाड़ी में बैठा दिया।

इस पर मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा किया तो हिरासत में लिए गए विधायकों व कांग्रेस नेताओं को सहारनपुर पुलिस लाइन के लिए रवाना किया गया। विधायकों को हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक इमरान मसूद, जिलाध्यक्ष चौ. मुजफ्फर अली, महानगर अध्यक्ष वरूण शर्मा, जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन चौ. इरशाद समेत भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस लाइन पहुंचे तथा विधायकों को हिरासत में लेने पर विरोध जताया। इस पर प्रशासन ने उखाड़े गए हैंडपम्प को शीघ्र पुनस्र्थापित करने का आश्वासन देकर विधायकों को रिहा कर दिया।

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर माहौल को बिगडऩे नहीं देना चाहती। हम हर मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान निकालने में सक्षम हैं और हमें अपनी इस संस्कृति को कायम रखना चाहिए। बेहट विधायक नरेश सैनी ने प्रशासन के अडिय़ल व दमनकारी रवैये का विरोध करते हुए कहा कि आज विधायकों को भी जनहित में अपनी आवाज उठाने की आजादी नहीं है। उन्होंने कहा कि शासन व प्रशासन का यह रवैया अंग्रेजी शासनकाल की याद दिलाता है।

विधायक मसूद अख्तर ने कहा कि जब प्रशासन ने तीन दिन पूर्व गलत तरीके से हटाए गए हैंडपम्प को पुनस्र्थापित करने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया था तो आज सत्ता के दबाव में प्रशासन अपने उस आश्वासन से पीछे क्यों हट रहा है। उन्होंने कहा कि हमें आज भी विश्वास है कि प्रशासन अपनी भूल में सुधार करते हुए शीघ्र ही जनहित में उस हैंडपम्प को पुनस्र्थापित करके क्षेत्र की जनता को राहत देने का काम करेगा।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुजफ्फर अली ने कहा कि जल प्राणियों की जीवनरेखा है परंतु यह बड़े दु:ख का विषय है कि भाजपा जल जैसी जीवनदायिनी प्राकृतिक धरोहर को भी राजनीति व साम्प्रदायिकता के रंग में रंगना चाहती है, जो देश के लोकतंत्र ही नहीं बल्कि मानवता के प्रति भी अपराध है। महानगर अध्यक्ष वरूण शर्मा ने इस पूरे मामले को साम्प्रदायिक रंग देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस दौरान गणेश दत्त शर्मा, चौ. इरशाद, विक्की पूजना, बिलाल खान, गुलफाम अंसारी, जितिन सैनी, राजीव सैनी, गुलशेर अलवी, रिंकू जाटव, नीरज कपिल आदि मौजूद रहे।