क्रांति सेनो के नेताओ को दारूल उलूम से फतवा लेने के लिये जाने से पुलिस ने रोका

- योगेंद्र सिरोही के घर पर निगरानी करते पुलिस के जवान
नकुड 10 जून इंद्रेश। क्रांति सेना के राष्टरीय उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह सिरोही दारूल उलूम से फतवा नहीं ले पाये। पुलिस प्रशासन ने उन्हे पर ही रोक दिया। योगेंद्र सिरोही ने पुलिस पर घर मे नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
योगेंद्र सिरोही ने बताया कि उनका आज दारूल उलूम जाकर मुस्लिम युवका द्वारा हाथ मे कलावा बांधना, लिलक लगाना व ंिहंदु देवी देवताओ के नाम पर प्रतिष्ठान चलाना क्या इस्लाम मे जायज है ? सवाल पर फतवा लेने का कार्यक्रम था। इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी गयी थी। उनका कहना है कि उन्होने दारूल उलूम के संबधित कारकूनो से संपर्क किया था । उन्हे कहा गया था कि वे अपना ज्ञापन फतवा विभाग को दे दे। उनके सवाल का जवाब दे दिया जायेगा। पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से होना था।
योगेंद्र सिरोही के अनुसार कार्यक्रम के अनुसार पंदरह व्यक्तियो के प्रतिनिधि मंडल दारूल उलूम जाना था। ताकि वर्तमान मे चले रहे कथित लव जिहाद जैसे मुददो पर विश्व प्रसिद्ध इस इस्लामिक संस्था की राय सब के सामने आ सके। उनका दावा है कि पुलिस शनिवार को सुबह ही सभी कार्यकर्ताओ के घरो पर जाकर उन्हे कंही भी जाने से रोक दिया। पुलिस के जवान शाम तीन बजे तक उनके घरो पर बैठे रहे।