पुलिस ने किया विकास हत्याकांड का खुलासा, एक हत्यारोपी गिरफ्तार

पुलिस ने किया विकास हत्याकांड का खुलासा, एक हत्यारोपी गिरफ्तार
  • सहारनपुर में विकास हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी देहात सूरज राय व दबोचा गया आरोपी।

सहारनपुर। थाना बडग़ांव पुलिस ने गांव सुभरी में विकास की हत्या को अंजाम देने वाले एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से आलाकत्ल तमंचा, कारतूस व नगदी बरामद कर जेल भेज दिया।

एसपी देहात सूरज राय ने पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना बडग़ांव क्षेत्रांतर्गत गांव सुभरी निवासी बाबूराम पुत्र अफलातून ने अपने भाई रामपाल पुत्र अफलातून, मनीष उर्फ कोनू व राहुल पुत्रगण रामपाल के खिलाफ अपने पुत्र विकास की हत्या करने के सम्बंध में थाना बडग़ांव में धारा-302 आईपीसी के तहत मुकमदा दर्ज कराया था।

उन्होंने बताया कि थाना बडग़ांव पुलिस ने मुकदमे में नामित किए गए अभियुक्तों एवं विवेचना में साक्ष्य संकलन से नामजदगी गलत पाए तथा आरोपी अभिजीत पुत्र धीरसिंह निवासी गांव सुभरी थाना बडग़ांव का नाम सामने आया था। उन्होंने बताया कि आज थाना बडग़ांव पुलिस ने आरोपी धीरसिंह को थाना प्रभारी शोवीर नागर व उपनिरीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में गांव सुभरी स्थित उसके ट्यूबवैल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक देशी तमंचा 315 बोर, एक खोखा व चार जिंदा कारतूस, 250 रूपए की नगदी बरामद कर ली।

एसपी देहात श्री राय ने बताया कि पूछताछ करने पर आरोपी धीरसिंह ने खुलासा किया कि मेरे बाबा मोहर सिंह के तीन भाई हैं जिनमें सबसे बड़े बाबूराम और छोटे रामपाल हैं। मेरे बाबा की चाची मूर्ति देवी के केवल लड़की थी। उसकी शादी उन्होंने कर दी थी। मेरे बाबा की चाची मूर्ति देवी के पास 23 बीघा जमीन थी जो उन्होंने मेरे बाबा के भाई रामपाल के पुत्र राहुल व मनीष के नाम करीब 7 माह पूर्व बैनामा कर दिया था। विकास पुत्र बाबूराम इसी को बात को लेकर मेरे बाबा के भाई रामपाल व उसके पुत्रों राहुल व मनीष से नाराज चल रहा था तथा अपने हिस्से की जमीन हर हाल में लेना चाहता था। इसी कारण विकास ने तीन माह पूर्व मनीष पर गोली चला दी थी। गोली उसके सिर को छूते हुए निकल गई थी तभी से विकास लगातार छिपकर रह रहा था।

धीरसिंह ने बताया कि विगत 6 जून को वह किराए की गाड़ी लेकर थाना खतौली के गांव फहीमपुर खुर्द में नीरज पुत्र सौसिंह से उधार दिए पैसे लेने गया था। वहीं पर मेरे दोस्त बिट्टू पुत्र श्रीपाल और शैंकी पुत्र राजकुमार मिल गए। मैं उनके साथ बडग़ांव आया। यहां से हम लोगों ने राकेश के ढाबे से खाना व ठेके से शराब ली और अपने ट्यूबवैल पर चले गए। ट्यूबवैल पर हम लोगों ने मिलकर शराब पी तथा विकास अपने घर चला गया। सुबह होने पर जब विकास ट्यूबवैल पर पहुंचा जहां कुछ देर बाद हम बाबा रामपाल के घर पहुंचे तथा विकास रामपाल के साथ हाथापाई करने लगा तथा मैं किसी तरह बीचबचाव कराकर विकास को बाहर लाया। इसके बावजूद विकास ने रामपाल का गला दबा दिया।

इसी दौरान मैंने 315 बोर के तमंचे से विकास के सिर में गोली मार दी तथा तमंचा व कारतूस ट्यूबवैल के पास छिपाकर रख दिए। उसने बताया कि आज मैं गांव में पैसे की व्यवस्था करने आया था तभी पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया।


विडियों समाचार