पुलिस ने किया लूट की घटना का खुलासा, तीन आरोपी भेजे जेल

पुलिस ने किया लूट की घटना का खुलासा, तीन आरोपी भेजे जेल
  • सहारनपुर में गागलहेड़ी पुलिस द्वारा दबोचे गए लुटेरे व जानकारी देते एसपी देहात।

सहारनपुर। थाना गागलहेड़ी पुलिस ने 3 शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर मात्र 24 घंटे में लूट की घटना का खुलासा करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से लूटी गई धनराशि, लूट की घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, तमंचा व कारतूस बरामद कर लिए।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सागर जैन व सीओ सदर अभितेष सिंह ने पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों को जानकारी देेते हुए बताया कि थाना गागलहेड़ी क्षेत्रांतर्गत गांव हरियाबांस निवासी राशिद पुत्र रईस ने थाना गागलहेड़ी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 3 जुलाई की रात्रि हरियाणा के यमुनानगर से लौटते समय कुछ अज्ञात बदमाशों ने उसके साथ लूट की घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए थाना गागलहेड़ी प्रभारी उमेश रोरिया, उपनिरीक्षक कृष्णवीर सिंह व राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 2 शातिर लुटेरों शहजाद उर्फ बिल्ला पुत्र सईद निवासी हरियाबांस थाना गागलहेड़ी व आशिक पुत्र अली हसन निवासी ग्राम जीवाला थाना फतेहपुर को बलियाखेड़ी रेलवे पुल के नीचे से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटे गए 2 लाख 36 हजार रूपए व लूट की घटना में प्रयुक्त 1 स्पलेंडर मोटरसाइकिल, 1 तमंचा 315 बोर मय 1 जिंदा कारतूस बरामद कर लिया। जबकि पुलिस ने तीसरे आरोपी जितेंद्र सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी बेबड़ी थाना लैंन्सडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड को चौरादेव गेट के पास से दबोच लिया।

एसपी सिटी ने बताया कि दबोचे गए आरोपी शहजाद उर्फ बिल्ला ने पूछताछ के दौरान बताया कि मैं वादी राशिद का सगा भाई हूं। मैंने अपने साले आशिक व उसके दोस्त जितेंद्र सिंह जो भगवानपुर में फैक्ट्री में एक साथ काम करते थे। हम तीनों ने राशिद से लूट की योजना बनाई तथा योजना के अनुसार 3 जुलाई की रात्रि जब राशिद यमुना नगर से लकड़ी बेचकर ट्रैक्टर द्वारा वापस लौट रहा था तो हमने यमुनानगर से ही उसका पीछा किया तथा रात्रि में मौका देखकर कोलकी टोल के पास गागलहेड़ी कट पर ट्रैक्टर के आगे मोटरसाइकिल लगाकर ट्रैक्टर को रोक लिया तथा राशिद से 2 लाख 36 रूपए की नगदी लूटकर फरार हो गए थे। इसी दौरान आशिक के मुंह से कपड़ा हट गया था जिस कारण राशिद ने उसे पहचान लिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों का चालान काटकर जेल भेज दिया।