केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सोमवार को इस खास मौके पर अमित शाह ने पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों द्वारा देश की सुरक्षा के लिए किए गए अद्वितीय बलिदानों को सलाम किया। उन्होंने कहा कि यह दिवस उन बहादुर पुलिसकर्मियों को सम्मान देने का दिन है, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी देश के शहीद पुलिसकर्मियों को नमन किया।
अमित शाह ने लिखा, “पुलिस स्मृति दिवस पर मैं उन वीर शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका यह बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
21 अक्टूबर का ऐतिहासिक महत्व
हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1959 में लद्दाख के ‘हॉट स्प्रिंग्स’ क्षेत्र में हुई एक घटना से हुई थी, जब चीन के सैनिकों ने घात लगाकर भारतीय पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। इस हमले में 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। उसी घटना की याद में और ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सभी पुलिसकर्मियों के सम्मान में 21 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है।
अब तक 36 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने दिया सर्वोच्च बलिदान
2023 के पुलिस स्मृति दिवस पर गृह मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी कि आजादी के बाद से अब तक 36,250 से अधिक पुलिसकर्मी देश की सेवा करते हुए शहीद हो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक सितंबर 2022 से 31 अगस्त 2023 तक, 188 पुलिसकर्मियों ने कानून व्यवस्था और देश की सुरक्षा बनाए रखने के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।