ईडी की जांच से पहले हर बिंदु को खंगाल रही पुलिस
पाकिस्तान के धार्मिक संगठन दाव ए इस्लाम से जुड़ा धामपुर का अबरार अहमद के पाकिस्तानी कनेक्शन खंगालने में पुलिस जुटी हुई है। मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच शुरू होने से पहले पुलिस और खुफिया एजेंसी हर बिन्दु को खंगाल रही है।
अभी तक यह पुष्टि तो नहीं हुई है कि उसके पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन से संबंध हैं। लेकिन पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान से धार्मिक प्रचार के नाम पर आने वाली धनराशि से अबरार ने अपनी संपत्ति बढ़ा ली।
धामपुर के गांव हर्रा निवासी अबरार 2007 में जमात के साथ पाकिस्तान के करांची शहर गया। करांची के मस्जिद ए फैजान में वह जमात के साथ ठहरा था। जमात में गए बाकी लोग तो लौट आए थे, पर अबरार वहीं रुक गया। इसके बाद भारत आकर उसने खूब प्रॉपर्टी खरीदी। पुलिस के मुताबिक अबरार पर जब शक हुआ तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
अबरार ने बताया कि पाकिस्तान से धर्म के प्रचार प्रसार के लिए पैसा आता है। पुलिस की मानें तो अबरार ने उसी पैसे से धामपुर क्षेत्र में कीमती प्रापर्टी खरीदी। पांच साल के भीतर उसने करोड़ों रुपये की जमीन धामपुर में ऑन रोड खरीद डाली। पूछताछ में अबरार ने यह भी बताया था कि दाव ए इस्लाम के भारत में नागपुर, आगरा समेत कई जगह कार्यालय संचालित हैं।
वह इन कार्यालयों से भी जुड़ा है। वहीं, पुलिस ने दो माह पूर्व जब अबरार को पूछताछ के लिए उठाया था, तो परिजनों ने उसके अपहरण की अफवाह फैला दी। पुलिस ने तीन दिन तक हिरासत में रख कर उससे पूछताछ की।
पुलिस ने अबरार की नए सिरे से घेराबंदी कर दी है। एसपी संजीव त्यागी ने अबरार के बारे में जांच के लिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को पत्र लिखा है। उधर, अबरार का कहना है कि वह हर तरह की जांच के लिए तैयार है, उसने कोई गलत काम नहीं किया है।
पाकिस्तान से आए धन से खरीदी प्रापर्टी: एसपी देहात
एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव का कहना है कि अबरार के अभी तक किसी आतंकी संगठन से तार जुड़े हुए नहीं पाए गए हैं। इतना जरूर है कि वह पाकिस्तान के दाव ए इस्लाम संगठन से जुड़ा है। वहां से आए धन से ही उसने करोड़ों की प्रापर्टी खरीदी है। पुलिस अबरार से जुड़े कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।