पुलिस ने किया कांग्रेस नेताओं को नजरबंद, जताया रोष

- सहारनपुर में नजरबंदी के दौरान पुलिसकर्मियों से उलझते कांग्रेस जिलाध्यक्ष चै. मुजफ्फर अली।
सहारनपुर [24CN] । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका वाड्रा के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस द्वारा कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा आहूत भारत बंद के समर्थन की घोषणा के बाद जिला प्रशासन ने अलोकतांत्रिक ढंग से किसानों व जनता की आवाज दबाने के लिए बड़े स्तर पर कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा किसानों द्वारा आहूत भारत बंद के समर्थन में घंटाघर पर धरना देने की घोषणा की थी। इससे पूर्व ही जिला प्रशासन द्वारा कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया तथा जो नेता नजरबंद होने से बच गए उन्हें घंटाघर जाते समय रास्ते में ही हिरासत में ले लिया।
आज सुबह कांग्रेस जिलाध्यक्ष चै. मुजफ्फर अली के मवी कला स्थित आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया। चै. मुजफ्फर अली ने इसे सरकार की दमनकारी नीति बताते हुए अघोषित आपातकाल की संज्ञा देते हुए कहा कि जिस तरह अलोकतांत्रिक तरीके से सरकार जनता की आवाज को कुचलने का काम कर रही है। उससे स्वयं ही साबित हो जाता है कि कृषि के लिए बनाए गए तीनों कानून किस हद तक किसान और राष्ट्रविरोधी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे हमें जब तक नजरबंद रखे परंतु हम जैसे ही जनता के बीच फिर पहुंचे तो किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश में कृषि व लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक बार पुनः संघर्ष की राह पर चलेंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य व पूर्व विधायक काजी इमरान मसूद को पुलिस ने उन्हें घर से बाहर निकलते ही गिरफ्तार कर बंद कर दिया। वहीं विधायक नरेश सैनी को उनके आवास व विधायक मसूद अख्तर को कल्पना सिनेमा के पास पहुंचे ही उन्हें समर्थकों सहित गिरफ्तार नजरबंद कर दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक इमरान मूसद ने सरकार की इन नीतियों को दमनकारी बताते हुए सरकार और लोकतंत्र के खिलाफ बताया। उन्होंने बताया कि सरकार सरकारी मशीनरी एवं पुलिस बल का गलत इस्तेमाल करते हुए जनता की आवाज को कुचलने का जो काम कर रही है वह अत्यंत निंदनीय व अलोकतांत्रिक है। विधायक मसूद अख्तर व नरेश सैनी ने भी सरकार की दमनकारी नीतियों की भत्र्सना करते हुए कहा कि आज भाजपा सरकारें औद्योगिक घरानों के इतने दबाव में हैं कि उन्हें किसानों व मजदूरों का कोई ध्यान नहीं है। सरकारों का मुख्य उद्देश्य किसानों को बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों का बंधुआ मजदूर बनाने का है जिसे कांग्रेस कदापि बर्दाश्त नहीं करेगी।
पुलिस द्वारा रामपुर मनिहारान चेयरमैन प्रतिनिधि विवेककांत सिंह, जिला प्रवक्ता गणेश दत्त शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष अरविंद पालीवाल, जिला महासचिव मनीष त्यागी, जिला कोषाध्यक्ष हरिओम मिश्रा, नसीब खान, अशोक सैनी, अमन कुमार को भी पुलिस ने उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया। इस दौरान अमन कुमार, जब्बार अहमद, आरिफ मंसूरी, सचिन वर्मा, जादोराम गुप्ता, धर्मपाल जोशी, राजकुमार सैनी, गौरव वर्मा, मा. जफर, गुलफाम अंसारी, वाजिद, फराज मसूद, महफूज, कमर अली, जावेद अंसारी, एहसान अली, दानिश मलिक, अरशद अंसारी, यावर मुखिया, आमिर गुर्जर, वाजिद गाड़ा, शमीम अहमद, राजकुमार, जीशान अली, मेहताब प्रधान, नसीब अहमद, गुफरान आदि सहित भारी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।