पुलिस की सौदेबाजी: दरोगा ने बेधड़क किया बेकसूर की जिंदगी बर्बाद करने का सौदा
कानपुर की पुलिस निर्दोषों को फंसाने की सौदेबाजी में किस किस कदर संलिप्त है, इसका पर्दाफाश कैमरे के सामने हुआ है। परमपुरवा और श्यामनगर चौकी इंचार्ज की करतूत ने पूरे महकमे को न सिर्फ बदनाम करा दिया है, बल्कि पुलिस के ‘खेल’ की पोल खुल गई है।
पुलिसकर्मियों ने बेकसूर को जेल भेजने का सौदा बेधड़क किया। दरोगा ने साफ बोला कि चरस तस्करी में गिरफ्तार किया तो एक साल और अगर छेड़खानी की धारा में अंदर किया, तो युवक की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।
छेड़खानी में भेजा तो जीवन बर्बाद हो जाएगा। मानेगा तो ठीक, वर्ना गिरफ्तार कर लेंगे। इन पुलिसकर्मियों की करतूत से पूरे महकमे का सिर शर्म से झुक गया है। एक और ऑप्शन दिया कि एक किलो से अधिक चरस के साथ युवक की गिरफ्तारी दिखा देंगे, तो कम से कम साल भर जमानत नहीं मिलेगी।
दलाल फिक्स कराते हैं सौदा
परमपुरवा चौकी में एक दलाल भी पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद था। वह डीलिंग में भी शामिल था। साफ है कि शहर की पुलिस और दलालों का तगड़ा गठजोड़ है। वे ऐसे काम पुलिसवालों के पास लाते हैं और फिर बेकसूरों पर कार्रवाई कराते हैं। इसके लिए वे भी दलाली की रकम लेते हैं।
पुलिस का स्टिंग ऑपरेशन कर रहे रिपोर्टर ने परमपुरवा चौकी इंचार्ज फहीम खान से कहा था कि उनकी बहन का प्रेमी(जिसे जेल भिजवाना है) वह नोएडा में रहता है, तो फहीम पहले उसके बारे में काफी देर तक जानकारी जुटाता रहा। बाद में उसने पीड़ित को सलाह देते हुए कहा कि नोएडा में उसके परिचित कई पुलिसकर्मी हैं। अगर वह राजी हों, तो उनसे बात करके वहीं पर युवक को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा दिया जाएगा। जब इस पर हामी नहीं भरी गई, तब फहीम ने यहीं पर रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजने का सौदा फिक्स कर लिया।
ऊपर तक जाती है रकम
आरोपी पुलिसकर्मियों ने जब रकम बताई, तो पीड़ित बनकर पहुंचे रिपोर्टर ने कहा कि पैसों की चिंता न करें, जितना कहेंगे, उतना इंतजाम करा देंगे। पर, रिपोर्टर के साथ मौजूद शख्स ने रकम कुछ कम करने को कहा। इस पर दरोगा ने कहा कि उसका हिस्सा ऊपर तक जाता है इसलिए उसमें कम नहीं हो पाएगा।