मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दबोचे दो शातिर लुटेरे, साथी फरार

मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दबोचे दो शातिर लुटेरे, साथी फरार
  • सहारनपुर में सरसावा पुलिस द्वारा पकड़े गए लुटेरे।

सरसावा। थाना सरसावा पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो शातिर लुटरों को गिरफ्तार कर लूट की घटना का खुलासा करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने लुटेरों के कब्जे से लूटे गए टैबलेट व घटना में प्रयुक्त बाइक व अवैध असलाह बरामद कर लिया।

एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 25 जुलाई को वादी योगेश पुत्र सुखवीर निवासी हुसैनपुर थाना नानौता द्वारा थाने में तहरीर दी गई थी कि चिलकाना रोड निकट पुल के पास सरसावा क्षेत्र में तीन अज्ञात बाइक सवार लड़के वादी का टैबलेट व मोबाइल छीनकर ले गए हैं। इस सम्बंध में थाना सरसावा में वांछित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि थाना सरसावा पुलिस ने प्रभारी सूबेसिंह व उपनिरीक्षक प्रमोद गिरि के नेतृत्व में मुखबिर की सूचना पर नकुड़ रोड हाइवे पुल के पास चैकिंग के दौरान पुलिस को तीन बदमाश आते दिखाई दिए जो पुलिस को देखकर फायरिंग करते हुए भागने लगे परंतु पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों रोबिन उर्फ टोनी पुत्र दिनेश व मुकुल पुत्र शिवकुमार निवासीगण अकबरपुर माजरा थाना देवबंद को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उनका तीसरा साथी रोहित उर्फ रॉकी पुत्र ओमप्रकाश निवासी अकबरपुर माजरा थाना देवबंद पुलिस पार्टी पर फायर करता हुआ मौके से फरार हो गया।

पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से एक अवैध तमंचा 315 बोर, दो जिंदा व एक खोखा कारतूस व एक नाजायज चाकू, घटना में प्रयुक्त बाइक व लूटा गया टैबलेट बरामद कर लिया। जबकि लूटा गया मोबाइल फरार आरोपी रोहित उर्फ रोकी लेकर फरार हो गया। एसएसपी डा. ताड़ा ने बताया कि पूछताछ में आरेापी मुकुल ने बताया कि वह बंधन बैंक सरसावा में नौकरी करता था। दिसम्बर माह में बैंक मैनेजर अनिल से झगड़ा होने के कारण उसने नौकरी छोड़ दी थी तथा अब वह लक्सर स्थित एक्सिस बैंक में संविदा पर नौकरी करने लगा था। बदला लेने की भावना से उसने अपने दोस्तों रोबिन व रोहित जो हरिद्वार में रहकर मजदूरी करते थे, उन्हें बताया कि जब बैंक मैनेजर क्षेत्र से कलेक्शन करके आए तो उसके पास बहुत पैसा होगा, पैसा लूट लेना।

उन्होंने बताया कि उसने घटना से तीन दिन पहले लगातार अपने दोनों साथियों को शॉल लेकर अनिल की पहचान कराई थी परंतु घटना वाले दिन अनिल की बजाए योगेश कलैक्शन करने आया था तथा हैलमेट लगाने के कारण पहचान नहीं पाए तथा घेराबंदी कर घेरकर टैबलेट और मोबाइल लूट लिया था तभी लोगों के आने के कारण हम पैसे वाला बैग नहीं लूट पाए थे।