पुलिस ने दबोचे तीन शातिर लुटेरे, लूट का किया खुलासा

पुलिस ने दबोचे तीन शातिर लुटेरे, लूट का किया खुलासा
  • सहारनपुर में पुलिस द्वारा दबोचे गए शातिर लुटेरे।

सहारनपुर [24CN]। थाना सरसावा व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में तीन शातिर बदमाशों को दबोचकर उनके कब्जे से लूटी गई नगदी, घटना में प्रयुक्त बाइक व अवैध असलाह बरामद करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने तीनों शातिर लुटेरों का चालान काटकर जेल भेज दिया।

पुलिस अधीक्षक नगर राजेश कुमार सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि थाना सरसावा क्षेत्रांतर्गत गांव जगहेता के जंगल में विगत 23 नवम्बर को जनपद शामली के थाना बाबरी क्षेत्रांतर्गत गांव बणतीखेड़ा निवासी कमलदीप पुत्र प्रवीण कुमार से अज्ञात बदमाशों द्वारा तमंचे के बल पर डरा-धमका कर बैग लूट लिया गया था। इस सम्बंध में थाना सरसावा में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उन्होंने बताया कि आज पुलिस उपाधीक्षक नकुड़ अरविंद पुंडीर के नेतृत्व में थाना सरसावा पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर लुटेरों नीटू पुत्र अतर सिंह व पोपीन पुत्र शिवलाल निवासीगण गांव सुनहटी थाना देवबंद, पदम उर्फ झगड़ू पुत्र इंद्रपाल निवासी कुम्हारहेड़ा थाना सरसावा को मुठभेड़ के दौरान दबोचकर उनके कब्जे से दो अवैध तमंचे 315 बोर मय चार जिंदा व दो खोखा कारतूस, एक नाजायज चाकू, लूट की 70 हजार 500 रूपए की नगदी व घटना में प्रयुक्त बिना नम्बर अपाचे बाइक बरामद करने में सफलता हासिल कर ली। जबकि उनका एक साथी मौके से फरा होने में सफल रहा।

एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने फरार साथी का नाम मीतू पुत्र शीबा ग्राम सुनहटी थाना देवबंद बताते हुए खुलासा किया कि विगत 23 नवम्बर को जगहेता नजीब नकुड़ मार्ग से पदम उर्फ झगडू के कहने पर एक व्यक्ति को डराकर रूपयों का बैग छीना था जिसमें एक लाख 62 हजार रूपए तथा एक टैबलेट था। उन्होंने बताया कि हमने कुम्हारहेड़ा पहुंचकर पदम उर्फ झगडू के घर पहुंचकर रूपयों का बंटवारा किया तथा टैबलेट व अन्य कागज बैग में रखकर उसे लोहे के पुल से नदी में फेंक दिया था। बरामद नगदी उसी लूट की घटना की है, शेष धनराशि खर्च हो गई है। उन्होंने बताया कि आज लूट की घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुए थे तभी पुलिस ने दबोच लिया। एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि दबोचे गए आरोपी शातिर किस्म के लुटेरे हैं जिनके आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।