पुलिस ने शेखर प्रकरण के सात आरोपियों को किया गिरफ्तार, गलतफहमी में किया था हमला

पुलिस ने शेखर प्रकरण के सात आरोपियों को किया गिरफ्तार, गलतफहमी में किया था हमला
  • सहारनपुर में पुलिस द्वारा दबोचे गए हमलावर व जानकारी देते एसएसपी।

सहारनपुर। गंगोह कोतवाली पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने शेखर की हत्या के प्रयास की घटना का खुलासा करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त तमंचा, भारी मात्रा में कारतूस व दो बाइकें बरामद कर ली। एसएसपी ने स्वाट, सर्विलांस व थाना गंगोह पुलिस को 25 हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की है।

एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ने पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली गंगोह पुलिस ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार, बिजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में कोतवाली क्षेत्रांतर्गत शेखर की हत्या के प्रयास की घटना का खुलासा करने में सफलता हासिल कर ली।

उन्होंने बताया कि 5 अक्टूबर को वादी अरविंद पुत्र जयवीर निवासी गांव बाधी रानीपुर थाना नकुड़ ने कोतवाली गंगोह में सूचना दी थी कि वह अपने मामा के पुत्र शेखर पुत्र बिजेंद्र निवासी बाधी रानीपुर थाना नकुड़ के साथ टिकरोल से अपने गांव जा रहे थे। इस दौरान नानौता रोड पर बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने शेखर को गोली मारकर घायल कर दिया है।

इस सम्बंध में कोतवाली गंगोह में धारा-309 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। आज पुलिस ने सात आरोपियों रवि कुमार पुत्र बलेंद्र निवासी नुनियारी थाना बेहट, राजन पुत्र विजयपाल निवासी त्रिवेणी विहार कस्बा व थाना सरसावा, कुलदीप उर्फ गोला पुत्र विजय कुमार निवासी पिलखना थाना सरसावा, ऋतिक पुत्र रवि उर्फ राजसिंह व मुकुल पुत्र जसवीर सिंह निवासीगण गांव दूधला थाना गंगोह, नितिन पुत्र अजय कुमार निवासी तित्तरवाड़ा थाना कैराना, सचिन पुत्र भरतसिंह सैनी निवासी सलेमपुर थाना सरसावा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से एक तमंचा 315 बोर 16 कारतूस, घटना में प्रयुक्त बुलेट संख्या यूपी11सीडी-510 व बिना नम्बर स्पलेंडर बाइक बरामद कर ली।

एसएसपी डा. ताड़ा ने बताया कि अभियुक्त ऋतिक पुत्र रवि उर्फ राजसिंह आईपीएस डिग्री कालेज गंगोह में बीकॉम का छात्र है तथा अक्सर अपने दोस्तों से मिलने शोभित यूनिवर्सिटी गंगोह जाता रहता था जहां एक माह पूर्व एलएलबी के छात्र आरिस निवासी सांगाखेड़ा थाना गंगोह के साथ झगड़ा हुआ था। इसके बाद दोनों पक्षों में लगातार कहासुनी होती रहती थी तथा 5 अक्टूबर की घटना से दो दिन पहले इनमेंं मारपीट भी हुई थी। इसके बाद ऋतिक ने अपनी बुआ के लड़के रवि पुत्र बलेंद्र को सारी घटना बताई तथा आरिस को मारने की बात कही।

तब रवि व ऋतिक ने अपने दोस्तों शोभित यूनिवर्सिटी के बीफार्मा के छात्र राजन, नितिन व पॉलिटैक्नीक के छात्र मुकुल तथा गोला उर्फ कुलदीप से बात करके घटना के लिए तैयार किया तथा घटना से एक दिन पहले रवि के घर गांव नुनियारी में योजना बनाई थी कि जब आरिस अपने गांव सांगाखेड़ा से गंगोह जिम में जाएगा तभी उसे मारना है। इस तरह योजना के अनुसार घटना वाले दिन रवि, राजन व गोला उर्फ कुलदीप राजन की बुलेट मोटरसाइकिल से गंगोह कस्बा पहुंचे जहां पहले से तय जगह लाला किशनचंद राजकीय डिग्री कालेज के पास मुकुल व नितिन बिना नम्बर की बाइक से खड़े मिले।

रवि ने बाइक पर पीछे बैठे शेखर को गलतफहमी में पीछे से गोली मार दी और फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि इसी कारण घायल व उसके परिवार को भी जान से मारने की जानकारी नहीं थी। एसएसपी ने घटना का अनावरण करने वाली गंगोह कोतवाली पुलिस, स्वाट व सर्विलांस टीम को 25 हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की है।