PM मोदी का कांग्रेस पर तीखा हमला: 6 दशक तक की आदिवासियों की उपेक्षा, अब विकास हमारी प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी समाज के योगदान को सराहा, इसे भारत की चेतना का अभिन्न अंग बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है और आदिवासी कल्याण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विभिन्न आदिवासी संग्रहालयों का निर्माण भी इसी दिशा में एक कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि आदिवासी गौरव हज़ारों वर्षों से भारत की चेतना का अभिन्न अंग रहा है और देश स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी समाज के योगदान को नहीं भूल सकता। जनजातीय गौरव दिवस पर यहाँ एक सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी गौरव हज़ारों वर्षों से भारत की चेतना का अभिन्न अंग रहा है। जब भी देश के सम्मान, स्वाभिमान और स्वशासन का प्रश्न उठा है… हमारा आदिवासी समाज सबसे आगे खड़ा रहा है। हम स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी समाज के योगदान को नहीं भूल सकते।
मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर अपने शासनकाल में आदिवासी समुदाय की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि छह दशकों तक कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी समुदायों को उनके हाल पर छोड़ दिया। कुपोषण कायम रहा, शिक्षा दुर्लभ थी और ये कमियाँ कई आदिवासी क्षेत्रों की दुर्भाग्यपूर्ण पहचान बन गईं। कांग्रेस सरकारें उदासीन रहीं। भाजपा के लिए आदिवासी कल्याण हमेशा प्राथमिकता रही है। हम अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करने के दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां नर्मदा की ये पावन धरती आज एक और ऐतिहासिक आयोजन की साक्षी बन रही है। अभी 31 अक्टूबर को हमने यहां सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाई। हमारी एकता और विविधता को सेलिब्रेट करने के लिए भारत पर्व शुरू हुआ है। और आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के इस भव्य आयोजन के साथ हम भारत पर्व की पूर्णता के साक्षी बन रहे हैं। मैं इस पावन अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा को प्रणाम करता हूं। आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की चर्चा होती है, उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की चर्चा होती है, अयोध्या के राम मंदिर की चर्चा होती है, केदारनाथ धाम की चर्चा होती है। पिछले एक दशक में ऐसे कई हमारे धार्मिक, ऐतिहासिक स्थानों का विकास हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2021 में हमने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। जनजातीय गौरव हजारों वर्षों से हमारे भारत की चेतना का अभिन्न हिस्सा रहा है। जब-जब देश के सम्मान स्वाभिमान और स्वराज की बात आई… तो हमारा आदिवासी समाज सबसे आगे खड़ा हुआ। हमारा स्वतंत्रता संग्राम इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। स्वतंत्रता आंदोलन में ट्राइबल समाज के योगदान को हम भुला नहीं सकते। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले भगवान बिरसा मुंडा को कोई याद करने वाला नहीं था। सिर्फ उनके अगल-बगल के गांव तक ही पूछा जाता था। आज देशभर में कई ट्राइबल म्यूजियम बनाए जा रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जनजातीय गौरव दिवस का ये अवसर हमें उस अन्याय को भी याद करने का अवसर देता है, जो हमारे करोड़ों आदिवासी भाई-बहनों के साथ किया गया है। देश में छह दशक तक राज करने वाली कांग्रेस ने आदिवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। आदिवासी कल्याण भाजपा की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। हम हमेशा इस संकल्प को लेकर चलें कि हम आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करेंगे, उन तक विकास का लाभ पहुंचाएंगे।
