PM मोदी ने रतन टाटा के लिए लिखा भावुक ब्लॉग, कहा- ‘इस पीड़ा को भुला पाना आसान नहीं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक भावुक पोस्ट साझा की। इसमें उन्होंने दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को याद करते हुए उनके बारे में एक ब्लॉग लिखा। पीएम मोदी ने लिखा, “रतन टाटा जी को अंतिम विदाई दिए हुए करीब एक महीना बीत चुका है। भारतीय उद्योग जगत में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और ये देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा।” उन्होंने आगे लिखा, “रतन टाटा जी के निधन को एक महीना हो गया है। पिछले महीने जब उनके निधन की खबर मिली, तो मैं आसियान समिट के लिए निकलने की तैयारी में था। रतन टाटा जी के चले जाने की वेदना अब भी मन में है। इस पीड़ा को भुला पाना आसान नहीं है। रतन टाटा जी के रूप में भारत ने एक महान सपूत और अमूल्य रत्न को खो दिया है।”
दूसरों के सपनों को पूरा करने का जुनून
पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा कि टाटा जी के नेतृत्व में टाटा समूह ने पूरी दुनिया में सम्मान, ईमानदारी और विश्वसनीयता का प्रतीक बनकर अपनी पहचान बनाई। इसके बावजूद उन्होंने अपनी उपलब्धियों को हमेशा विनम्रता से स्वीकार किया। उन्होंने लिखा, “दूसरों के सपनों का खुलकर समर्थन करना और उन्हें पूरा करने में सहयोग करना, ये रतन टाटा जी के सबसे शानदार गुणों में से एक था।”
बेहतरीन क्वालिटी के प्रॉडक्ट पर जोर
पीएम मोदी ने आगे लिखा, “रतन टाटा जी ने हमेशा बेहतरीन क्वालिटी के प्रॉडक्ट और सर्विस पर जोर दिया और भारतीय उद्यमों को वैश्विक बेंचमार्क स्थापित करने का मार्ग दिखाया। आज जब भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, तो हम वैश्विक स्तर पर मानक स्थापित करते हुए ही दुनिया में अपनी पहचान बना सकते हैं। रतन टाटा जी का जीवन इस बात की याद दिलाता है कि नेतृत्व का आकलन केवल उपलब्धियों से ही नहीं, बल्कि सबसे कमजोर लोगों की देखभाल करने की उसकी क्षमता से किया जाता है।”
गुजरात में साथ किया काम
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उन्हें रतन टाटा जी को करीब से जानने का अवसर मिला। उन्होंने कहा, “हमने गुजरात में साथ मिलकर काम किया। वहां उनकी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर निवेश किया। जब मैं केंद्र सरकार में आया, तो हमारी घनिष्ठ बातचीत जारी रही। रतन टाटा जी ने राष्ट्र निर्माण में पूरी तरह से सहयोग दिया। स्वच्छ भारत मिशन के प्रति उनका उत्साह मेरे दिल को छू गया था। वे इस जन आंदोलन के एक मुखर समर्थक थे।”
कैंसर के खिलाफ लड़ाई
पीएम ने रतन टाटा के कैंसर से जुड़ी पहल का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा, “कैंसर के खिलाफ लड़ाई उनके दिल के बहुत करीब थी। मुझे दो साल पहले असम का वह कार्यक्रम याद है, जहां हमने मिलकर राज्य में विभिन्न कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन किया था। कुछ सप्ताह पहले स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सान्चेज के साथ वडोदरा में विमान फैक्ट्री का उद्घाटन करते वक्त मुझे रतन टाटा जी की बहुत कमी महसूस हुई।”