PM मोदी ने विपक्षी गठबंधन को बताया ‘घमंडिया’, बोले- अविश्वास प्रस्ताव पर अंतिम ओवर में मारेंगे छक्का

PM मोदी ने विपक्षी गठबंधन को बताया ‘घमंडिया’, बोले- अविश्वास प्रस्ताव पर अंतिम ओवर में मारेंगे छक्का

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इन्क्लुसिव अलायंस) को नया नाम ‘घमंडिया’ दिया है।

भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव की तुलना क्रिकेट मैच के अंतिम ओवर से करते हुए सांसदों से छक्का मार कर जीतने को कहा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव सरकार के खिलाफ नहीं है, बल्कि खुद के ऊपर भरोसे को परखने की कोशिश है।

‘यह ‘घमंडिया’ गठबंधन है’

सूत्रों के अनुसार, विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए द्वारा खुद को ‘इंडिया’ बताने पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि असल में यह ‘घमंडिया’ गठबंधन है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बहुत घमंड है और वे तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। ये लोग गठबंधन बनाकर भाजपा को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘घमंडिया’ गठबंधन को हमें एकता से जवाब देना है।

दिल्ली सेवा बिल पर भी पीएम मोदी ने ली चुटकी

सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने राज्यसभा में दिल्ली की सेवाओं से संबंधित बिल के राज्यसभा से पास होने को लेकर भी विपक्ष पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि विपक्ष का सेमीफाइनल का मन था और कल सेमीफाइनल हो गया और नतीजा सबके सामने है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों के परिवारवाद और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का भी जिक्र किया और कहा कि इससे देश को निजात दिलाने का समय आ गया है।

‘क्विट इंडिया करप्शन’ का पीएम मोदी ने दिया नारा

इस सिलसिले में उन्होंने ‘क्विट इंडिया करप्शन’ और ‘क्विट इंडिया परिवारवाद’ का नारा दिया। पिछले नौ सालों की सरकार की उपलब्धियों का हवाला देते हुए उन्होंने सांसदों को कहा कि अभी तक हमने जो भी काम किया है और खासकर दलितों, वंचितों और महिलाओं के लिए यदि उसे जनता के बीच सही से ले जाएंगे तो परिवारवाद और भ्रष्टाचार में डूबे दलों को सही जवाब मिल जाएगा।

पीएम मोदी ने किया 2018 के अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने के ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा सांसदों को 2018 में विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव का भी हवाला दिया। उस समय अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2023 में विपक्ष ऐसा ही अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। 2019 की जीत ने 2023 में इसे संभव बना दिया। उन्होंने इस बार भी इस अविश्वास प्रस्ताव का एकजुट होकर जवाब देने को कहा।