देश में लग सकता है लॉकडाउन 4, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM मोदी ने किया जिक्र

देश में लग सकता है लॉकडाउन 4, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM मोदी ने किया जिक्र

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने एवं कोरोना वायरस के संकट के निपटने के लिए संतुलित रणनीति बनाने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि देश में आर्थिक गतिविधियां जोर पकड़ने वाली हैं। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने,आर्थिक गतिविधियों को तेज करने और लॉकडाउन को धीरे-धीरे हटाने के लिए समग्र रूपरेखा तैयार करने के मकसद से विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। करीब छह घंटे तक चली बैठक के दौरान कोरोना वायरस के संकट और लॉकडाउन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसी दौरान उन्होंने लॉकडाउन 4 का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में लॉकडाउन के जिन कदमों की जरूरत थी, उनकी दूसरे चरण में नहीं थी, तीसरे चरण में जरूरी कदमों की चौथे में आवश्यकता नहीं है। ट्रेन सेवाएं फिर शुरू होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आर्थिक गतिविधि बढ़ाना जरूरी है, लेकिन सारे मार्गों पर ट्रेनें नहीं चलेंगी।

मोदी ने राज्यों से अपना रोड मैप बताने को कहा 
वहीं पीएम मोदी ने राज्यों से उनकी आगे की रणनीति से संबंधित रोड़ मैप बताने को कहा। मोदी ने जोर देकर कहा कि हमें कोरोना के संक्रमण को देश के ग्रामीण हिस्सों तक फैलने से रोकने के लिए सभी संभव प्रयास करने होंगे। मोदी ने कहा, ‘‘मेरा आप सबसे अनुरोध है कि आप 15 मई तक अपनी रणनीति बताएं कि आप अपने राज्य में पूर्णबंदी की स्थिति से कैसे निपटना चाहते हैं। मैं चाहता हूं कि राज्य पूर्णबंदी के दौरान और उससे धीरे धीरे बाहर निकलने की योजना का ब्लू प्रिन्ट बनायें। ” उन्होंने कहा कि हमें आने वाले समय की विभिन्न चुनौतियों के तमाम पहलुओं की द्दष्टि से व्यापक द्दष्टिकोण अपनाना होगा। मानसून के आगमन के साथ ही कोरोना से इतर कई बीमारियां आ सकती हैं और हमें उनके लिए तैयारी करनी होगी और अपने चिकित्सा तंत्र को मजबूत बनाना होगा।

मुख्यमंत्रियों ने क्या कहा?

  • बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर राष्ट्रीय राजधानी में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जानी चाहिए।
  • पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की पैरवी करते हुए कहा कि लॉकडान से बाहर निकलने के लिए सावधानीपूर्वक रणनीति बनाई जाए और राज्यों को वित्तीय सहयोग दिया जाए।
  • महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपात सेवाओं के कर्मचारियों के लिए मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएं। दूसरी तरफ, तमिलनाडु में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि 31 मई तक ट्रेन सेवाओं की अनुमति ना दें।

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बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आगे इस वायरस के संक्रमण को रोकने पर ध्यान दिया जाए और लोगों को ‘दो गज की दूरी’ के मंत्र का पालन करने के लिए मनाया जाए। कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कई मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल हुए।

गौरतलब है कि रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के साथ बैठक के दौरान राज्यों के मुख्य सचिवों ने उन्हें बताया था कि कोविड-19 से सुरक्षा जरूरी है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ पिछली बार 27 अप्रैल को बातचीत किये जाने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो 28,000 के आंकड़े से बढ़ कर करीब 67,000 पर पहुंच गई है। बैठक के कुछ दिनों बाद केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि और दो हफ्तों के लिये 17 मई तक बढ़ा दी थी। हालांकि, आर्थिक गतिविधियों और लोगों की आवाजाही में कुछ छूट दी गई थी। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले यह बैठक हुई है। दूसरा चरण तीन मई को समाप्त हुआ था, जबकि पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त हुआ था।