प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारत की G20 अध्यक्षता के लोगो और वेबसाइट लांच करते हुए कहा कि इस Logo और थीम के जरिए हमने दुनिया को एक संदेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं भारत की जी20 अध्यक्षता के ऐतिहासिक अवसर पर देशवासियों को बधाई देता हूं। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ विश्व के प्रति भारत की करुणा का प्रतीक है।’ उन्होंने कहा कि G20 लोगो में कमल का प्रतीक आशा का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि भारत ने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड के मंत्र के साथ विश्व में अक्षय ऊर्जा क्रांति का आह्वान किया है। भारत ने वन अर्थ, वन हेल्थ के मंत्र के साथ वैश्विक स्वास्थ्य को मजबूत करने का अभियान शुरू किया है। मालूम हो कि G20 में भारत का मंत्र वन अर्थ, वन फैमली, वन फ्यूचर है।

G 20 में 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व

पीएम मोदी ने कहा कि G20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य, विश्व की 85% GDP का प्रतिनिधित्व करता है। G20 उन 20 देशों का समूह है, जो विश्व के 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है और भारत अब इस G20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है, इसकी अध्यक्षता करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि आजादी के इस अमृतकाल में देश के सामने ये कितना बड़ा अवसर आया है।

Logo निर्माण में देशवासियों की भूमिका

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो ये Logo का लांच हुआ है, उसके निर्माण में भी देशवासियों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। हमने Logo के लिए देशवासियों से उनके बहुमूल्य सुझाव मांगे थे। आज वो सुझाव इतने बड़े वैश्वि​क आयोजन का चेहरा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस Logo और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है। हमने युद्ध के लिए बुद्ध का संदेश दिया है। हिंसा के प्रतिरोध में म​हात्मा गांधी के जो समाधान हैं, उसका संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि G20 के जरिए भारत उनकी वैश्वि​क प्रतिष्ठा को नई ऊर्जा दे रहा है।

भारत विश्व का समृद्ध और सजीव लोकतंत्र

पीएम ने भारतीय लोकतंत्र के बारे में कहा कि भारत विश्व का समृद्ध और सजीव लोकतंत्र है। हमारे पास लोकतंत्र के संस्कार भी हैं। साथ ही ‘Mother Of Democracy’ के रूप में गौरवशाली परंपरा भी है। उन्होंने कहा कि आज जब भारत G-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है, तो ये आयोजन हमारे लिए 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति और सामर्थ्य प्रतिनिधित्व है।