देवबंद का सुनियोजित विकास ही प्राथमिकता : चेयरमैन विपिन गर्ग

देवबंद का सुनियोजित विकास ही प्राथमिकता : चेयरमैन विपिन गर्ग
गुरु हरकिशन सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट ने की चौराहे पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा लगवाने की मांग
देवबंद। गुरु हरकिशन सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में नव निर्वाचित नगर पालिका चेयरमैन विपिन गर्ग का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सभा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पालिका चेयरमैन विपिन गर्ग ने कहा कि पालिका चुनाव में मिली जीत जनता के आशीर्वाद व तपस्या के कारण ही संभव हो सकी है। जिसके लिए वह आजीवन देवबन्द वासियों के आभारी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि देवबंद का सुनियोजित विकास उनकी प्राथमिकता है। सिख धर्म की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सिख पंजाबी समाज की सेवा भावना के कारण ही दुनिया भर के गुरुद्वारों में भूखे को रोटी, रहने के लिए स्थान व सम्मान मिलता है। ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ कुलदीप कुमार व सतीश गिरधर ने विपिन गर्ग उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि देवबंद की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें है। आशा है कि वे जनता की अपेक्षाएं पर खरा उतरेंगे।
ट्रस्ट की ओर से विपिन को अभिनंदन पत्र व सिरोपा देकर एवं उनके साथ आए पालिका सभासदों रविंद्र  चौधरी, अर्जुन सिंघल, अंकित राणा व सभासद प्रतिनिधि श्याम  चौहान को सिरोपा भेंटकर अभिनंदन किया गया। अरदास के उपरांत अजय मदान परिवार की ओर से लंगर की सेवा की गई।
इस दौरान डा. रवि प्रकाश खोराना, सचिन छाबड़ा, बालेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह बेदी, बलदीप सिंह, राजेश अनेजा, हर्ष भारती, डा. अशोक चौधरी, विरेंद्र सिंह उप्पल, विजय गिरधर, हैप्पी रतड़ा, सुरेंद्र रतड़ा, चन्नी बेदी, जोगेंद्र सिंह कपूर, राजपाल सिंह, अमृत सिंह कपूरर, राजकिशोर गुप्ता,डा. अरविंद जौहरी,विकास त्यागी, अभिषेक त्यागी, वैभव गर्ग, अजय जैन, राजीव गुप्ता, गगनदीप सिंह, ज्ञानी गुरदयाल सिंह, अमनदीप सिंह, अजय निझारा,गुरजोत,संदीप धींगड़ा आदि मौजूद रहे। इस दौरान
गुरू हरकिशन सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से समारोह में मुख्य अतिथि विपिन गर्ग को ज्ञापन सौंपकर देवबंद नगर के किसी चौराहे पर शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की प्रतिमा लगाने व चौक का नाम शहीद भगत सिंह चौक करने की मांग की गई। चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि बोर्ड की पहली बैठक में प्रस्ताव रखकर मांग को पूरा कराया जाएगा। चेयरमैन विपिन गर्ग की घोषणा के साथ ही हाॅल बोले सो निहाल सत श्री अकाल के जयकारों से गूंज उठा।