नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी की रिलीज से ठीक पहले एक बड़ा कानूनी विवाद खड़ा हो गया है। एक कांग्रेस नेता ने फिल्म का नाम बदलने की मांग को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। वहीं, स्थानीय निवासियों की ओर से भी एक याचिका दायर करके फिल्म पर स्टे लगाने की मांग की गयी है। बता दें, गंगूबाई काठियावाड़ी 25 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, कांग्रेस नेता और विधायक अमीन पटेल ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके आरोप लगाया है कि फिल्म कमाठीपुरा इलाके को रेड लाइट एरिया के तौर पर दिखाती है, जिससे इस जगह और काठियावाड़ी समुदाय का नाम खराब हो रहा है। अमीन पटेल की याचिका में यह भी कहा गया है कि जिस किताब पर फिल्म आधारित है, उसमें गंगूबाई का सरनेम काठियावाड़ी नहीं है। टाइटल से इस शब्द को हटाने की मांग भी याचिका में की गयी है। अमीन पटेल की याचिका में निर्देशक संजय लीला भंसाली, निर्माता जयंतीलाल गाडा और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) को रिस्पॉन्डेंट्स बनाया गया है।
वहीं, लाइवलॉ वेबसाइट के अनुसार, एक याचिका कमाठीपुरा के निवासियों की ओर से भी फाइल की गयी है, जिसमें कहा गया है कि फिल्म में पूरे कमाठीपुरा इलाके को रेड लाइट एरिया की तरह दिखाया गया है। अगर फिल्म रिलीज हो जाती है तो इलाके की महिलाओं को मुश्किल हो सकती है। बता दें, गंगूबाई के परिजन भी फिल्म को लेकर अपना विरोध दर्ज करवा चुके हैं।
गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया भट्ट टाइटल रोल में हैं। फिल्म की कहानी एस हुसैन जैदी की किताब माफिया क्वींस ऑफ मुंबई के एक चैप्टर से ली गयी है, जो एक ऐसी महिला के इर्द-गिर्द है, जिसे हालात से मजबूर होकर प्रोस्टिट्यूशन के धंधे में उतरना पड़ता है, मगर अपनी सूझ-बूझ और साहस के दम पर वो अंडरवर्ल्ड और कमाठीपुरा इलाके की एक कद्दावर शख्सियत बन जाती है। फिल्म में अजय देवगन रहीम लाला के किरदार में नजर आएंगे। हाल ही में गंगूबाई काठियावाड़ी की स्क्रीनिंग बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भी हुई थी।