शांति की गारंटी है युद्ध के लिए तत्परता: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को ‘राज्यसभा इंटर्नशिप कार्यक्रम – चरण 7’ के उद्घाटन समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन देश की सामूहिक मानसिकता और राष्ट्रीय सोच में बदलाव का प्रतीक बन गया है।
उपराष्ट्रपति ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “शांति तभी सुरक्षित रहती है जब आप युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।” उन्होंने जोर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए देश को स्वदेशी ताकत, तकनीकी कौशल, और जनशक्ति के समन्वय की आवश्यकता है।
“ऑपरेशन सिंदूर ने सोच में बड़ा बदलाव लाया”
धनखड़ ने कहा कि हाल ही में अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ सैन्य स्तर पर बल्कि सामाजिक और राजनीतिक चेतना में भी गहरा प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा, “हम पहले से कहीं ज्यादा राष्ट्रवादी सोच के साथ खड़े हैं। विदेश में हमारे प्रतिनिधिमंडल अब शांति और आतंकवाद के प्रति हमारी असहिष्णुता का स्पष्ट संदेश देते हैं।”
“सभी संस्थाओं का अंतिम लक्ष्य हो राष्ट्रहित”
उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि राजनीतिक दलों और संस्थाओं की जिम्मेदारी है कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें। उन्होंने कहा, “हर संस्था का अंतिम केंद्र बिंदु राष्ट्रीय विकास, जनकल्याण, पारदर्शिता और जवाबदेही होना चाहिए।”
उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सर्वसम्मति बने। “आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों पर राजनीति गरम हो जाती है, लेकिन हमें इस पर नियंत्रण पाना होगा।”
धनखड़ ने कहा कि “हमारे पास एकजुट रहने और मजबूत बनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। युद्ध को ताकत की स्थिति में टालना चाहिए।”