ब्याज सहित अविलम्ब कराया जाए गन्ना मूल्य भुगतान

सहारनपुर [24CN]। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों पर वर्तमान गन्ना सीजन का किसानों का 2405 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान व पिछड़े वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज 1600 करोड़ रूपए बकाया है।

भगतसिंह वर्मा आज यहां पेपर मिल रोड स्थित मोर्चा कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 678 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान और 500 करोड़ रूपए ब्याज बकाया है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर मंडल की बजाज हिंदुस्तान की तीन चीनी मिलों पर सर्वाधिक 1100 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है।

श्री वर्मा ने कहा कि शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 भारत सरकार के नियम के अनुसार हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य पर लगा ब्याज सरकार चीनी मिलों से किसानों को नहीं दिला पाई है। उन्होंने कहा कि किसानों को समय से चीनी मिलों से गन्ना मूल्य भुगतान न होने तथा ब्याज न मिलने के कारण गन्ना किसान भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चीनी मिलों से किसानों को ब्याज का भुगतान करा देगी उस दिन के बाद चीनी मिलें किसानों को 14 दिन के भीतर गन्ना मूल्य भुगतान करना शुरू कर देंगी।

उन्होंने आरोप लगाया कि सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलें एक दिन में एक करोड़ तीन लाख रूपए से अधिक की प्रतिदिन घटतौली कर रही हैं। घटतौली करने वाले मिल प्रबंधकों को जेल भेजा जाए। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मौहम्मद राव रजा व संचालन प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने किया।

इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र, राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष डा. पहल सिंह सैनी, विनोद सैनी, स. गुलविंदर सिंह बंटी, वीरेंद्र सिंह बिल्लू, सुशील धारकी, सुनील, मौहम्मद वसीम जहीरपुर, सुधीर चौधरी, नीरज सैनी, नरेश कुमार एडवोकेट, हाजी साजिद, मो. मुखिया त्यागी ने भी सम्बोधित किया।