पटना मर्डर केस: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा बोले- ‘अपराधी की पहचान हुई, भ्रष्ट अफसर-माफिया सब पर कार्रवाई होगी’

बिहार के पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा है कि अपराधी की पहचान कर ली गई है। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्ट और निकम्मे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि 2018 से 2025 के बीच कार्रवाई क्यों नहीं की गयी, इसको लेकर भी जांच की जाएगी और जमीन माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इधर पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
कारोबारी गोपाल खेमका की शुक्रवार रात उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई। घात लगाकर बैठे एक व्यक्ति ने उनके सिर पर गोली मार दी। इससे वह बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पर लापरवाही के आरोप
घटना के बाद गोपाल के परिजनों ने पुलिस थाने में फोन किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। एडीजी मुख्यालय में फोन कर घटना की सूचना दी गई। इसके बाद बिहार पुलिस सक्रिय हुई। घटनास्थल से गांधी मैदान थाना महज 300 मीटर दूर है, लेकिन पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने में दो घंटे लग गए। हालांकि, अब उपमुख्यमंत्री ने निकम्मे अफसरों पर कार्रवाई की बात कही है।
बेटे की भी हुई थी हत्या
गोपाल खेमका के बेटे की भी हत्या इसी अंदाज में की गई थी। सात साल पहले फैक्ट्री के गेट पर कुछ लोगों ने उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब इसी तरीके से पिता की हत्या की गई है। बेटे की हत्या के बावजूद पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई नहीं की और अब गोपाल खेमका को भी मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे में डिप्टी सीएम ने भ्रष्ट अफसरों पर भी एक्शन की बात कही है। बतायाा जा रहा है कि शूटर को सुपारी देकर हत्या कराई गई है। हत्या कराने वाले व्यक्ति की भी पहचान हो चुकी है।
कौन थे गोपाल खेमका?
गोपाल खेमका पटना के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए थे और रोटरी के वरिष्ठ सदस्य थे। गोपाल खेमका पटना के जाने-माने उद्योगपति थे, जिनका स्वास्थ्य, पेट्रोल पंप, और हाजीपुर में कॉटन फैक्ट्री सहित कई व्यवसायों में योगदान था। वे बांकीपुर क्लब के पूर्व सचिव थे। वह मगध अस्पताल के मालिक भी थे।