22 दिसम्बर को गन्ना भवन का घेराव करेगा पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा
सहारनपुर [24CN]। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की बैठक में आगामी 22 दिसम्बर को सहारनपुर में होने वाले गन्ना भवन के घेराव की तैयारियों की समीक्षा की गई। स्थानीय चिलकाना रोड स्थित महफूज गार्डन में मोर्चा कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार की गलत नीतियों की वजह से गन्ना किसानों को 14 दिन की बजाय 14 महीने में भी चीनी मिलों द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का विगत वर्षों का 3500 करोड़ रूपए बकाया है और चालू गन्ना सीजन का भी लगभग पांच हजार करोड़ रूपए चीनी मिलों पर गन्ना मूल्य भुगतान हो गया है।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर 10 हजार करोड़ रूपए से भी अधिक बकाया हो गया है जिसे दिलाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार चीनी मिलों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के शुगर कंट्रोल आर्डन 1966 के अनुसार जो चीनी मिलें 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करती, उन्हें 15 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से गन्ना मूल्य भुगतान करना चाहिए।
उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीनी मिलों से गन्ना मूल्य व ब्याज का भुगतान अविलम्ब नहीं कराया और गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल नहीं किया गया तो प्रदेश के गन्ना किसान आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी 22 दिसम्बर को गन्ना भवन के घेराव में ऐतिहासिक भीड़ जुटाने का आह्वान किया। बैठक में सुशील गुर्जर धारकी, सुनील, शुभम कुमार, सुमित वर्मा, अजय चौधरी, गौरव, सलमान, नसीम अहमद, अभिषेक कुमार, बिलाल, फैज खान, अक्षय कुमार, अजित कुमार, गयूर, साजिद अली आदि मौजूद रहे।