बच्चों में गुड मैनर, संस्कार तथा आवश्यक शब्दकोष के विकास के लिए बचपन से ही प्रयास करने चाहिए: पारूल अग्रवाल
- दून वैली पब्लिक स्कूल में टीचर्स कार्यशाला का आयोजन
देवबंद [24CN]: द दून वैली पब्लिक स्कूल देवबंद में गुरूवार को स्कूली शिक्षा एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अध्यापकों की भूमिका तथा कार्यशैली की गुणवत्ता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का प्रारंभ डायरेक्टर अनुराग सिंघल तथा प्रधानाचार्या सीमा शर्मा ने सबका परिचय करा कर किया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम दून वैली पब्लिक स्कूल, देवबंद की कक्षा प्ले से द्वितीय की इंचार्ज रेखा ने अध्यापिकाओं के लिए निर्धारित समयावधि में विद्यार्थी के विकास प्रोत्साहन, शैक्षिक कार्य की पूर्णता के लिए आवश्यक पद्वति पर प्रकाश डालते हुए डायरी के भरपूर प्रयोग पर बल दिया।
मण्ड़ी ब्रांच की हेड ईवा ने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खान-पान का बच्चों पर प्रभाव पर बोलते हुए जंक फूड़ एवं भोजन की अनियमितता से बचने की सलाह देते हुुुए स्वस्थ शरीर के लिए प्रेरणास्पद विचार प्रस्तुत किए। गाँधी कालोनी, मुजफ्फरनगर की ब्रांच हैड अदिति ने बच्चों की बोलचाल, भाषा, सदाचार, संस्कार इत्यादि विकसित करने के लिए प्रेरणास्पद, मनोंरंजक कहानियों का सहारा लेने की युक्ति पर बल दिया। दून वैली पब्लिक स्कूल, देवबंद कक्षा 3 से 5 की इंचार्ज पारूल अग्रवाल ने कहा कि बच्चों में गुड मैनर, संस्कार तथा आवश्यक शब्दकोष के विकास के लिए बचपन से ही प्रयास करने की कोशिश प्रारंभ करनी चाहिए।
स्कूल डायरेक्टर अनुराग सिंघल ने सभी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हमें बच्चों के आधारभूत विषयों पर विकास के सर्वाधिक कार्य करते हुए बच्चों के मानस में भारत, भारतीयता एवं राष्ट्रप्रेम के अंकुर को सींचना चाहिए।
प्रधानाचार्या सीमा शर्मा ने बच्चों के लिए मनोरंजक शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता तब प्रदर्शित होती है जब बच्चों में सीखने का प्रतिफल दिखाई पड़ता है। साथ ही सीमा शर्मा ने बच्चों के स्टेज एक्सपोजर, बच्चों को उनकी क्षमता एवं प्रतिभा के प्रति ज्ञान एवं विश्वास की भावना का उदय कराने में अध्यापकों के योगदान पर बल दिया। टीचर को अपने प्रत्येक बच्चे के विकास का प्लान बनाकर योजनाबद्ध कार्य कर बच्चों की प्रतिभा को निखारना चाहिए। कार्यक्रम में उप-प्रधानाचार्या अंजली आनन्द, ब्रांच हैड़ अर्चना शर्मा आदि नेेे अपने विचार प्रस्तुत किए।
